Gayatri Devi Death Anniversary: इंदिरा गांधी की सबसे बड़ी आलोचक थीं गायत्री देवी, जेल में किया गया था अमानवीय व्यवहार

यूनाइटेड किंगडम के लंदन में 23 मई 1919 को गायत्री देवी का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम जितेंद्र नारायण और मां का नाम इंदिरा देवी था। इनके पिता बंगाल के कूच बिहार के राजा थे। जयपुर के राजा महाराजा सवाई मान सिंह II से गायत्री देवी की शादी हुई थी।
आज ही के दिन यानी की 29 जुलाई को जयपुर की महारानी गायत्री देवी का निधन हो गया था। वह दिल्ली की तिहाड़ जेल में रहने वाली भारत की सबसे खूबसूरत महारानी थीं। गायत्री देवी उस समय तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सबसे बड़ी आलोचक थीं। बता दें कि जब देश में आपातकाल लगा, तो गायत्री देवी को गिरफ्तार कर लिया गया था। वह कांग्रेस के खिलाफ स्वतंत्र पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ती थीं। तो आइए जानते हैं उनकी डेथ एनिवर्सरी के मौके पर गायत्री देवी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और परिवार
यूनाइटेड किंगडम के लंदन में 23 मई 1919 को गायत्री देवी का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम जितेंद्र नारायण और मां का नाम इंदिरा देवी था। इनके पिता बंगाल के कूच बिहार के राजा थे। जयपुर के राजा महाराजा सवाई मान सिंह II से गायत्री देवी की शादी हुई थी।
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इंदिरा गांधी से गायत्री देवी का रिश्ता
गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के शांतिनिकेतन से गायत्री देवी की स्कूली शिक्षा हुई थी। वह बचपन से बेहद खूबसूरत थीं। शांतिनिकेतन में ही इंदिरा गांधी भी पढ़ाई करती थीं। ऐसे में गायत्री देवी और इंदिरा गांधी बचपन से एक-दूसरे को जानती थीं और उसी समय से दोनों के बीच रंजिश शुरू हुई। ऐसा भी कहा जाता था कि इंदिरा गांधी को गायत्री देवी की खूबसूरती और प्रसिद्धि से जलन होती थी। वहीं बाद में यह रंजिश राजनीतिक दुश्मनी में बदल गई।
राजनीतिक सफर
गायत्री देवी को कांग्रेस में आने का न्योता पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने दिया था, लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया। साल 1962 में गायत्री देवी ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ स्वतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ा और बड़े अंतर से जीत हासिल की। इतनी बड़ी जीत के लिए उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ। हालांकि संसद में गायत्री देवी की मौजूदगी इंदिरा गांधी को खास रास नहीं आती थी। एक बार इंदिरा गांधी ने गायत्री देवी को 'कांच की गुड़िया' तक कह दिया था।
इमरजेंसी में गईं जेल
देश में आपातकाल लगने के दौरान इंदिरा गांधी के विरोधी नेताओं को मीसा एक्ट के तहत जेल भेजा जा रहा था। इस समय गायत्री देवी मुंबई में इलाज करा रही थीं, तो वह बच गईं, लेकिन वह जैसे ही दिल्ली पहुंची उनको गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान गायत्री देवी 6 महीने तक जेल में रहीं। जेल में रहने के दौरान गायत्री देवी को माउथ अल्सर हो गया, इसके इलाज के लिए अनुमति देने में 3 सप्ताह लगा दिए गए। जेल में गायत्री देवी के साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। हालांकि गायत्री देवी और इंदिरा गांधी के बीच आजीवन रंजिश बनी रही। वहीं बाद में गायत्री देवी ने राजनीति छोड़ दी।
मृत्यु
वहीं 29 जुलाई 2009 को जयपुर में 90 वर्ष की आयु में गायत्री देवी का निधन हो गया।
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