रिश्ते में आ गई हैं दूरियां, कहां बिगड़ रही बात, कैसे होगा सुधार? Relationship Coach से जानें

रिश्तों में बढ़ती दूरियां बातचीत, जिम्मेदारी की कमी और पुराने दर्द को साथी पर थोपने का परिणाम हैं। रिलेशनशिप कोच के अनुसार, परफेक्ट साथी की तलाश और सोशल मीडिया पर दूसरों को गलत साबित करने की बजाय, हमें अपने अंदरूनी घावों को भरने, आत्म-सम्मान बढ़ाने और वचन निभाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए ताकि रिश्तों में सुधार हो।
आज के तेज-रफ्तार दौर में, ज्यादातर लोगों के लिए यह समझना मुश्किल हो रहा है कि उनके रिश्ते क्यों और कहां बिगड़ रहे हैं। रिश्ते में आई दरार के लिए लोग आमतौर पर छोटी-छोटी बातों, बिजी दिनचर्या और हालातों को दोष देते नजर आते हैं, लेकिन समस्या इससे कहीं ज्यादा गहराई में छिपी है। हर दिन जब हम अपने पार्टनर को समय नहीं दे पाते, जाने-अनजाने में उनकी बेइज्जती कर देते हैं और उनके रूठ जाने पर उनसे बात करने की बजाय उन्हें अकेला छोड़ देते हैं। इन सबका नतीजा यह होता है कि हमारा रिश्ता बिखरने लगता है। ऐसे में जरूरत है कि हम हालातों और एक दूसरे को दोष देने की बजाय रिश्ते को ठीक करने के लिए सही कदम उठाएं।
रिलेशनशिप कोच और थेरेपिस्ट ने एक पोस्ट में बताया कि आजकल रिश्तों को असल में क्या बिगाड़ रहा है और हमें इसके बजाय क्या करना चाहिए। उन्होंने आसान शब्दों में यह बातें समझायी।
1. बातचीत, जिम्मेदारी और समझ की कमी, क्या करें?
सोचिए कि कहीं आप अपने पुराने दर्द को अपने साथी पर तो नहीं डाल रहे। कई बार हम वही साथी चुनते हैं जो हमें वैसे ही तकलीफ देता है जैसे बचपन में माता-पिता ने दिया था।
इसे भी पढ़ें: Dating Tips । हुकअप वाले दौर में पहली डेट के बाद भूलकर भी न करें ये 7 गलतियां, वरना दिल टूटने से नहीं बचा पाएंगे । Expert Advice
2. बिल्कुल परफेक्ट साथी की तलाश, क्या करें?
अपने अंदर के घायल हिस्सों को संभालिए। खुद को इतना पूरा महसूस करें कि किसी साथी के बिना भी आप खुश रह सकें।
3. सोशल मीडिया पर दूसरों को गलत साबित करने वाले पोस्ट, क्या करें?
अपनी नजर दूसरों पर नहीं, अपने अंदर की हीलिंग पर रखें। समझिए कि कैसे आपकी कुछ आदतें ऐसे लोगों को खींचती हैं जिन्हें आप असल में नहीं चाहते।
4. 'हर कोई आत्ममुग्ध है' या 'अगर कोई चीज आपको परेशान करे तो वह आपके लिए नहीं है' जैसी सोच, क्या करें?
अपने अंदर छुपे गहरे दर्द और भावनाओं को समझने के लिए आंतरिक काम करें। चार मजबूत आदतों पर ध्यान दें, ताकि बिना सालों तलाश किए आप अपनी रुकावटें दूर कर सकें।
इसे भी पढ़ें: Gen Z ने फासलों में भी ढूंढ लिए नज़दीकियों के बहाने, टिंडर रिपोर्ट में हुए दिलचस्प खुलासे
5. सिर्फ बातें, बिना काम और बिना लगातार कोशिश, क्या करें?
जो कहते हैं, उसे निभाने की आदत डालें। अपना वचन निभाने से ही आत्म-सम्मान बढ़ता है।
6. दिमागी खेल और कंट्रोल की चाह, क्या करें?
खुद का ऐसा जीवन बनाएं जिसमें आपकी जरूरतें पूरी हों। जिन गुणों की आप दूसरों से उम्मीद रखते हैं, उन्हें पहले खुद में लाएं। सोचिए, 'मैं किसी और की जिंदगी को कैसे बेहतर बना सकता हूं?'













