कल होगी ICC की अहम बैठक, बॉल पर लार के इस्तेमाल पर लगाया जा सकता है अस्थाई प्रतिबंध
आईसीसी की कल होने वाली बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले किए जा सकते हैं जिसमें गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर अस्थाई प्रतिबंध लगाया जा सकता है। इस बीच तेंदुलकर और ली ने गेंद को चमकाने के लिए लार के विकल्प के उपयोग का समर्थन किया है।
नयी दिल्ली। महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और आस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की बुधवार को होने वाली बैठक से पहले गेंद को चमकाने के लिए लार के विकल्प के उपयोग को स्वीकृति देने का समर्थन किया है। आईसीसी की कल होने वाली बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले किए जा सकते हैं जिसमें आस्ट्रेलिया में अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 विश्व कप के भविष्य पर फैसला करने के अलावा गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर अस्थाई प्रतिबंध लगाया जा सकता है। पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले की अगुआई वाली आईसीसी की क्रिकेट समिति पहले ही गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने की सिफारिश कर चुकी है।
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One more rivalry added to cricket it seems!
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) June 9, 2020
Sweat vs Saliva!
Binga and I discuss cricket in the COVID Era and the impact it shall have on the way the game is played. @BrettLee_58
Listen in! 🔈 #100MBExclusive pic.twitter.com/eMS5vBpDGf
तेज गेंदबाज गेंद को स्विंग कराने के लिए लार और पसीने का इस्तेमाल करते हैं। पसीने का अब भी इस्तेमाल किया जा सकता है लेकिन तेज गेंदबाजों का सामना है कि यह उतना प्रभावी नहीं है जितनी लार है। ली ने भारत के तेंदुलकर की ‘100एमबी’ आनलाइन ऐप से कहा, ‘‘शायद कुछ और तरीकें हैं जिन पर आईसीसी गौर कर सकता है और गेंदबाजों की मदद कर सकता है।’’ तेंदुलकर ने कहा, ‘‘ शायद किसी नए पदार्थ का इस्तेमाल किया जाए जिस पर सभी की सहमति बने। जिससे बल्लेबाज भी खुश हों और गेंदबाज भी।’’
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तेंदुलकर ने साथ ही कहा कि जिन देशों में ठंड होती है वहां खेलने पर पसीने के इस्तेमाल का विकल्प भी नहीं होगा। न्यूजीलैंड और इंग्लैंड जैसे देशों का उदाहरण देते हुए तेंदुलकर ने कहा, ‘‘आपको वहां पसीना ही नहीं आएगा। जब मैं 1992 में यॉर्कशर की ओर से खेला था तो मैं मई की शुरुआत में वहां गया था और वहां का मौसम बर्फीला था। मैं होव में हुए मुकाबले को नहीं भूल सकता, उस समय मैंने पांच कपड़े पहने हुए थे।’’ ली ने साथ ही कहा कि अंपायरों को गेंदबाजों के खिलाफ नरम रुख अपनाना चाहिए और कोई कार्रवाई करने से पहले गेंद पर लार लगाने की स्थिति में गेंदबाज को दो या तीन चेतावनी देनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपको गारंटी दे सकता हूं कि अगर खिलाड़ियों को कहा जाएगा कि ऐसा नहीं करना है तो वे जानबूझकर ऐसा नहीं करेंगे लेकिन मुझे लगता है कि आदत के कारण ऐसा हो सकता है।
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