Tokyo Paralympics में भारत का डबल धमाल, मरियप्पन को रजत तो शरद को मिला कांस्य
टोक्यो पैरालिंपिक खेलों में भारत के लिए मरियप्पन थंगावेलु ने सिल्वर और शरद कुमार ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। मरियप्पन ने 1.86 मीटर, जबकि शरद ने 1.83 मीटर की जंप लगाई।
टोक्यो पैरालंपिक खेलों में भारत के मरियप्पन थंगावेलु ने सिल्वर मेडल जीता वहीं शरद कुमार ने कांस्य पदक प्राप्त किया। हाई जंप टी63 इवेंट में दोनों को मेडल प्राप्त हुए। मरियप्पन ने 1.86 मीटर, जबकि शरद ने 1.83 मीटर की जंप लगाई।
Rio Paralympics 🥇 medalist @189thangavelu will compete in High Jump T63 Final at #Tokyo2020 in some time
— SAI Media (@Media_SAI) August 31, 2021
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गोल्ड मेडल अमेरिकी एथलीट के हाथों में आया। अमेरिका के सैम क्रू 1.88 की कूद लगाकर गोल्ड जीतने में कामयाब रहे। रियो मे ब्रॉन्ज जीतने वाले वरुण सिंह भाटी इस बार मेडल से चूक गए। टी42 वर्ग में उन खिलाड़ियों को रखा जाता है जिनके पैर में समस्या है, पैर की लंबाई में अंतर है, मांसपेशियों की ताकत और पैर की मूवमेंट में समस्या है। इस वर्ग में खिलाड़ी खड़े होकर प्रतिस्पर्धा पेश करते हैं। इससे पहले मंगलवार को निशानेबाज सिंहराज अडाना ने पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल एसएफ1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। भारत ने अब तक दो स्वर्ण, पांच रजत और तीन कांस्य पदक जीते हैं। इनमें से एक स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य एथलेटिक्स में मिले हैं। रियो में पांच साल पहले स्वर्ण पदक जीतने वाले मरियप्पन तोक्यो ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक थे। उन्हें स्वर्ण पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। पांच वर्ष की उम्र में बस के नीचे कुचले जाने के बाद उनका दाहिना पैर खराब हो गया था। उनके पिता ने परिवार को छोड़ दिया जिसके बाद मां ने उन्हें अकेले पाला। उनकी मां मजदूरी करती थी और बाद में सब्जी बेचने लगी। तमिलनाडु के खिलाड़ी मरियप्पन का बचपन गरीबी और अभावों में बीता। वहीं पटना के रहने वाले कुमार को दो बरस की उम्र में पोलियो की नकली खुराक लेने के बाद बायें पैर में लकवा मार गया था। वह दो बार एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। भालाफेंक में सोमवार को सुमित अंतिल ने स्वर्ण पदक जीता जिन्होंने एफ64 वर्ग में अपना ही विश्व रिकॉर्ड पांच बार दुरूस्त किया।
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पीएम मोदी ने खिलाड़ियों से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बात पर खुशी जताईकि ओलंपिक और पैरालम्पिक में भारत के पदक विजेता देश के अलग अलग हिस्सों से है और उन्होंने इसे शुभ संकेत बताया। सूत्रों ने बताया कि मोदी ने तोक्यो पैरालम्पिक में रजत और कांस्य पदक जीतने वाले मरियप्पन थंगावेलु और शरद कुमार को बधाई देने के लिये फोन पर उनसे बातचीत के दौरान यह टिप्पणी की। तोक्यो पैरालम्पिक में भारत ने अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए अब तक 10 पदक जीत लिये हैं। मोदी ने दोनों खिलाड़ियों से कहा कि ये पदक उनकी लगातार कड़ी मेहनत का नतीजा है। कुमार ने प्रधानमंत्री से कहा कि वह उनसे प्रेरणा लेते हैं और पैरा एथलीटों की जिस तरह से वह विशेष तौर पर हौसलाअफजाई कर रहे हैं, वह बहुत अच्छा संकेत है। उन्होंने बताया कि जब वह उक्रेन में अभ्यास कर रहे थे तो प्रधानमंत्री अक्सर उनकी कुशलक्षेम पूछते थे। उनके पदक जीतने के बाद मोदी ने ट्वीट किया था ,‘‘ आसानी से हार नहीं मानने वाले शरद कुमार ने कांस्य पदक जीतकर हर भारतीय के चेहरे पर मुस्कान लाई है। उनकी जीवनयात्रा से कइयों को प्रेरणा मिलेगी। उन्हें बधाई।’’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा ,‘‘ नयी ऊंचाइयों को छूते जा रहे मरियप्पन थंगावेलु निरंतरता और उत्कृष्टता के परिचायक हैं। उन्हें रजत पदक जीतने पर बधाई। भारत को उनकी उपलब्धि पर गर्व है।’’ मोदी ने इससे पहले दिन में सिंहराज अडाना से बात करके पैरालम्पिक में कांस्य पदक जीतने पर उन्हें बधाई दी थी।
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