राष्ट्रीय चैंपियन बनने के बाद निरंतर अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं समीर
भारतीय बैडमिंटन के नये राष्ट्रीय चैंपियन समीर वर्मा की निगाहें अब चोटों से मुक्त रहकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने पर लगी हैं। चोटों के कारण समीर का कॅरियर प्रभावित रहा है लेकिन मध्य प्रदेश का यह 21 वर्षीय खिलाड़ी पूरी फिटनेस हासिल करने के बाद अपने प्रदर्शन से खुश है। समीर ने कहा, ''वर्ष 2012 में मैं कई बार चोटिल हुआ। मैं पीठ दर्द से परेशान रहा। मैंने फिर से खेलना शुरू किया और फिर 2013 में मेरी पीठ चोटिल हो गयी। मैंने खुद को मजबूत बनाने पर ध्यान दिया और फिर से फिट हो गया लेकिन 2014 में मुझे अपेंडिक्टिस हो गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अक्तूबर 2014 से किसी तरह की चोट से नहीं जूझ रहा हूं और मैं अपने खेल से खुश हूं। मैंने पिछले साल टाटा ओपन जीता था। मैंने बहरीन में जीत दर्ज की थी। मैं आल इंग्लैंड के प्री क्वार्टर फाइनल में पहुंचा। मैंने विश्व के 11वें नंबर के खिलाड़ी को हराया और अब मैं राष्ट्रीय चैंपियन बन गया हूं। इस तरह के प्रदर्शन से निश्चित तौर पर मेरा आत्मविश्वास बढ़ा है।’’ चंडीगढ़ में रविवार को फाइनल में अपने बड़े भाई और 2012 के चैंपियन सौरभ वर्मा को 21-16, 21-16 से हराने वाले समीर ने कहा, ‘‘पहले मै मलेशिया में खेलना चाहता था लेकिन इसके बाद मैंने गोपी सर से बात की और उन्होंने मुझे राष्ट्रीय चैंपियनशिप में खेलने की सलाह दी और मुझे खुशी है कि मैं इस साल खिताब जीतने में सफल रहा। यह संतोषजनक है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब मैं घर जाउंगा। मेरा अगला टूर्नामेंट मई में होगा। मैं अब अधिक ग्रां प्री और ग्रां प्री गोल्ड में खेलूंगा। इसके अलावा सुपर सीरीज टूर्नामेंट के क्वालीफाईंग दौर में खेलने पर भी ध्यान दे रहा हूं। मेरा ध्यान अच्छा प्रदर्शन करने पर है, रैंकिंग में खुद ही सुधार होगा।’’
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