दिग्गज मुक्केबाजों ने की आमूलचूल बदलाव की मांग
पिछले चार साल से जारी अनिश्चितता की स्थिति से आजिज आ चुके भारतीय मुक्केबाज बुरी तरफ खफा हैं और उन्होंने जवाबदेही तय करने की मांग की है। ओलंपिक में एक भी पदक नहीं मिलने के बाद मुक्केबाजों ने व्यवस्था में आमूलचूल बदलाव की मांग की है।
नयी दिल्ली। पिछले चार साल से जारी अनिश्चितता की स्थिति से आजिज आ चुके भारतीय मुक्केबाज बुरी तरफ खफा हैं और उन्होंने जवाबदेही तय करने की मांग की है। रियो ओलंपिक में एक भी पदक नहीं मिलने के बाद मुक्केबाजों ने व्यवस्था में आमूलचूल बदलाव की मांग की है। ओलंपिक में भारत के लिये पदक जीतने वाले पहले मुक्केबाज विजेंदर सिंह से लेकर राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अखिल कुमार और मोहम्मद अली कमर के साथ ही एमसी मेरीकाम ने भी बदलाव की मांग की है। विजेंदर ने लंदन से कहा, ‘‘जवाबदेही तय होनी जरूरी है। पहले एक महासंघ का गठन हो जिसके बाद भारतीय मुक्केबाजी की मौजूदा दशा के लिये दोषी अधिकारियों और कोचों के खिलाफ कार्रवाई की जाये।’’ उन्होंने कहा, ''कोचिंग स्टाफ में भी बदलाव जरूरी है। पिछले कई साल से राष्ट्रीय शिविर के कार्यक्रम में बदलाव नहीं हुआ है। हमें नये सुझावों की जरूरत है ताकि आगे बढ सकें।’’
पांच बार की विश्व चैम्पियन और लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता एम सी मेरीकाम ने कहा, ''महासंघ का होना बहुत जरूरी है। इसके बाद ही हम प्रदर्शन में सुधार के लिये अच्छे कोच ला सकेंगे। अच्छे विदेशी कोचों की जरूरत है और शिविरों में अनुशासन बनाये रखना जरूरी है।’’ अखिल ने कहा, ''जवाबदेही के मामले में मैं विजेंदर का समर्थन करता हूं। कोचिंग स्टाफ भी लंबे समय से वही है जिसमें बदलाव की जरूरत है।’’ कमर ने कहा, ''हमें बड़े टूर्नामेंटों में मानसिक रूप से और दृढ होने की जरूरत है जिसके लिये पेशेवर मदद चाहिये।''
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