OpenAI का चौंकाने वाला खुलासा: ChatGPT से हर हफ्ते 10 लाख लोग करते हैं आत्महत्या की बातें

ओपनएआई की रिपोर्ट के अनुसार, हर हफ्ते 10 लाख से अधिक लोग चैटजीपीटी पर आत्महत्या और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बातें करते हैं, जो एआई के भावनात्मक सहारा बनने का संकेत है। कंपनी ने खुलासा किया है कि उसके 0.15% वीकली यूजर्स आत्महत्या के इरादे व्यक्त करते हैं, जिससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
हालिए में OpenAI ने अपनी नई रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा किया है। कंपनी ने बताया है कि हर हफ्ते में 10 लाख से ज्यादा यूजर्स चैटजीपीटी का इस्तेमाल आत्महत्या और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बातों पर चर्चा करने के लिए करते हैं। इस आंकड़े से पता चलता है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब केवल जानकारी देने के माध्यम नहीं रहा, बल्कि मानसिक रूप से परेशान व्यक्तियों के लिए यह एक भावनात्मक सहारा बन रहा है।
इतना ही नहीं, OpenAI ने यह भी बताया कि ChatGPT के करीब 80 करोड़ वीकली यूजर्स में से 0.15% ऐसे हैं, जो बातचीत के दौरान आत्महत्या करने की प्लान या इरादे को व्यक्त करते हैं। इसके अलावा, समान प्रतिशत के यूजर्स चैटबॉट से भावनात्मक लगाव दिखाते हैं, जबकि कुछ में साइकोसिस या मेनिया जैसे मानसिक लक्षण भी नजर आते हैं।
मेंटल हेल्थ को सपोर्ट करने की नई पहल
आगे OpenAI ने बताया है कि उसने 170 से अधिक मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ मिलकर चैटजीपीटी की क्षमताओं को संवेदनशील स्थितियों के लिए बेहतरीन कर रहा है। कंपनी ने बताया है कि, उसका लेटेस्ट मॉडल GPT-5 अब 91% मामलों में सही और संवेदनशील प्रतिक्रिया देने में सक्षम है, पहले यह आंकड़ा सिर्फ 77% था। वैसे यह रिपोर्ट जब सामने आई है, जब दुनियाभर में एआई और मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चाएं बढ़ रही है।
सुरक्षा और निगरानी के नए सिस्टम
OpenAI ने बताया कि वह एक एज डिटेक्शन सिस्टम विकसित करता है। यह पहचान करेगा कि कोई यूजर नाबालिग है या नहीं। इसके अलावा, कंपनी ने इमोशनल निर्भरता और नॉन सुसाइडल मामलों की निगरानी के लिए बेंचमार्क्स जोड़ दिए है।
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