हैरान कर देने वाली खबर! मिलिए कोरोना नाम के इस शख्स से

Jimmy Korona

इंग्लैंड के 38 वर्षीय जिमी कोरोना को इन दिनों अपने नाम के कारण कई दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। जिमी एक कंस्ट्रक्शन वर्कर हैं और उनका कहना है कि वे अपने नाम की वजह से इन दिनों हँसी का पात्र बन गए हैं।

दुनियाभर में कोरोना वायरस के कारण हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना वायरस ने हर किसी की जिंदगी अस्त-व्यस्त कर दी है। इस महामारी की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई और धीरे-धीरे इस खतरनाक वायरस ने दुनियाभर में अपने पैर पसार लिए। कोरोना संक्रमण के डर से लोगों को महीनों तक अपने घरों में बंद रहना पड़ा और चारों ओर जीवन मानो जैसे ठप्प हो गया। जहाँ हम लॉकडाउन के कारण घर में बैठने से इतने परेशान हैं, तो ज़रा सोचिए कि ऐसे शख्स की क्या हालत होगी जिसका नाम ही कोरोना है। जी हाँ, मिरर यूके की रिपोर्ट के मुताबिक, इंग्लैंड के 38 वर्षीय जिमी कोरोना को इन दिनों अपने नाम के कारण कई दिक्क्तों का सामना करना पड़ रहा है। जिमी एक कंस्ट्रक्शन वर्कर हैं और उनका कहना है कि वे अपने नाम की वजह से इन दिनों हँसी का पात्र बन गए हैं। जिमी के मुताबिक वे जहाँ भी जाते हैं, उन्हें अपना नाम साबित करने के लिए पहचान पत्र दिखाना पड़ता है। यहाँ तक कि अपने बेटे के जन्म पर भी जिमी को अस्तपाल में पहचानपत्र लेके जाना पड़ा था क्योंकि डॉक्टर्स ने यह मानने से ही इंकार कर दिया था कि उनका सरनेम कोरोना है।

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जिमी ने मिरर यूके को बताया कि जब भी वे किसी को अपना नाम बताते हैं तो लोगों को लगता कि वे उनके साथ कोई मज़ाक कर रहे हैं। जिमी का कहना है कि उनकी नाम की वजह से डिलीवरी कम्पनियाँ और कर्मचारी उन्हें गंभीरता से नहीं लेते हैं। जिमी ने मिरर यूके को बताया, "कोरोना वायरस महामारी के बीच कोई भी मेरा विश्वास नहीं करता है कि मेरा नाम कोरोना है। नीचे पब के लोग आते हैं और कहते हैं कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि मेरा नाम कोरोना है। जिन लोगों को मैं वर्षों से जानता हूँ उनके अलावा कोई भी मुझ पर विश्वास नहीं करता है।" उन्होंने आगे बताया, "तो मैंने उन्हें अपना बैंक कार्ड या पासपोर्ट यह साबित करने के लिए दिखाता हूँ कि यह मेरा नाम है और यह हमेशा मेरा यही नाम रहा है।" जिमी ने आगे कहा, "हर जगह मेरा नाम सुनकर अजीब लगता है। यह बहुत अजीब लगता है कि आपका नाम बार-बार लिया जा रहा है।"

रिपोर्ट के मुताबिक काम पर भी जिमी द्वारा हस्ताक्षरित आदेशों को अक्सर गंभीरता से नहीं लिया जाता है क्योंकि डिलीवरी ड्राइवरों को इस बात पर विश्वास करना मुश्किल लगता है कि जिमी का सरनेम कोरोना है। 

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उत्तरप्रदेश में भी है 'कोरौना' गाँव 

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में भी 'कोरौना' नाम का एक गांव है। वहीं, मार्च में खबर आई थी कि जब भारत में कोरोना वायरस फैलना शुरू हुआ था तब कोरौना गाँव के निवासियों को इस नाम के कारण भेदभाव का सामना करना पड़ा था। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 'कोरौना' गांव के एक निवासी ने कहा कि अन्य क्षेत्रों के लोग उनसे बचते हैं और मदद के लिए उनके कॉल का जवाब भी नहीं देते हैं। उसने कहा कि जब वे पुलिस को बताते हैं कि वे 'कोरौना' से हैं, तो पुलिसवाले भी उन पर गुस्सा हो जाते हैं।

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