National Youth Day 2025: हर साल 12 जनवरी को मनाया जाता है नेशनल यूथ डे, जानिए इस दिन का महत्व और इतिहास

हर साल 12 जनवरी को नेशनल यूथ डे मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद की बर्थ एनिवर्सरी पर नेशनल यूथ डे मनाया जाता है। यह खास दिन युवाओं को मोटिवेट करने के लिए मनाया जाता है।
हर साल 12 जनवरी को नेशनल यूथ डे मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद की बर्थ एनिवर्सरी पर नेशनल यूथ डे मनाया जाता है। यह खास दिन युवाओं को मोटिवेट करने और उनके अंदर आत्मविश्वास व राष्ट्र निर्माण के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास दिलाने के लिए मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन पर नेशनल यूथ डे मनाकर उनके विचारों को जीवित रखने और युवा पीढ़ी को उनके आदर्शों से प्रेरित करने का प्रयास किया जाता है। तो आइए जानते हैं नेशनल यूथ डे क्यों मनाया जाता है और इस दिन को मनाए जाने का क्या उद्देश्य है।
क्यों मनाया जाता है नेशनल यूथ डे
बता दें कि 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की बर्थ एनिवर्सरी को नेशनल यूथ डे मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद के विचारों ने हमेशा युवाओं को प्रेरित करने का काम किया है और उनको समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझाई। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित और अवगत कराना है।
नेशनल यूथ डे 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है. स्वामी विवेकानंद ने हमेशा युवाओं को प्रेरित किया और उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझाई. उनके विचारों और शिक्षाओं का महत्व आज भी बहुत अधिक है. इस दिन को मनाने का उद्देश्य युवा पीढ़ी को प्रेरित करना और उनके विचारों से अवगत कराना है.
स्वामी विवेकानंद का जन्म
कोलकाता में 12 जनवरी 1863 को स्वामी विवेकानंद का जन्म हुआ था। भारतीय संस्कृति और विचारों के पुनरुत्थान के लिए उनका जन्म महत्वपूर्ण था। वह जीवन में एक महान योगी और धार्मिक गुरु के रूप में फेमस हुए। स्वामी विवेकानंद का योगदान भारतीय समाज और युवा पीढ़ी के लिए आज भी प्रेरणा का स्त्रोत है।
नेशनल यूथ डे की शुरुआत
साल 1985 में भारत सरकार ने नेशनल यूथ डे की शुरूआत की थी। इस दिन को स्वामी विवेकानंद की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य युवाओं को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों और शिक्षाओं से प्रेरित करना है।
स्वामी विवेकानंद का युवाओं के लिए संदेश
स्वामी विवेकानंद हमेशा युवाओं से आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता की अपील की है। उनका मानना था कि युवाओं के पास अच्छे राष्ट्र निर्माण की ताकत होती है। ऐसे में युवाओं को अपने लक्ष्यों के प्रति हमेशा ईमानदारी से काम करना चाहिए। स्वामी विवेकानंद ने कहा, 'उठो, जागो और तब तक नहीं रुको, जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।'
नेशनल यूथ डे पर कार्यक्रम
नेशनल यूथ डे के मौके पर कई शैक्षिक संस्थानों में सेमिनार, भाषण और सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि आयोजित होते हैं।
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