परिवार के 11 लोगों की रहस्यमय मौत का क्या है सच, हत्या या आत्महत्या
3 दिन पहले बुराड़ी में हुई सामूहिक आत्महत्या से सारा देश सहम गया है..... बुराड़ी के संत नगर की गली नंबर दो में रविवार की सुबह हड़कंप मच गया... खबर आई की पूरे भाटिया परिवार की किसी ने हत्या कर दी.
हत्या या आत्महत्या
परिवार के 11 लोगों की रहस्यमय मौत का क्या है सच
चीखती बहन... सहमे रिश्तेदार....
खौफ में पड़ोसी...
असुरक्षित बुराड़ी.......
3 दिन पहले बुराड़ी में हुई सामूहिक आत्महत्या से सारा देश सहम गया है..... बुराड़ी के संत नगर की गली नंबर दो में रविवार की सुबह हड़कंप मच गया... खबर आई की पूरे भाटिया परिवार की किसी ने हत्या कर दी... पूरे परिवार को घर के एक ही कमरें में गले में फांसी का फंदा डाले हवा में झूलते पाया गया... ये घटना इतनी भयानक थी की चारों तरफ आग की तरह फैल गई...
पुलिस मौके पर पहुंची और हवा में झूलती लाशों के पीछे की सच तलाशने लगी। शुरुआती जांच में पुलिस ने ये साफ कर दिया की ये हत्या नहीं आत्महत्या है। मौके पर मिले सबूतों और चीजों की जांच के आधार पर पुलिस इसे अंधविश्वास के चलते सामूहिक आत्महत्या मान रही है।
जांच के दौरान पुलिस को घर के मंदिर में एक डायरी मिली थी जिसके बाद ही अंधविश्वास के चलते सामूहिक आत्महत्या की बात सामने आयी। क्राइम ब्रांच ने कहा की डायरी में मोक्ष पाने की एक आजीब सी विधि लिखी थी, जिसे परिवार ने फॉलो किया और घटना को अंजाम दे दिया।
आसमान हिलेगा, धरती हिलेगी... लेकिन तुम घबराना मत, मंत्र जाप तेज कर देना, मैं तुम्हे बचा लूंगा...
पुलिस सूत्रों से मिली अहम जानकारी के मुताबिक रजिस्टर में लिखी बातों और मौका-ए-वारदात से ये पता चलता है कि दरअसल पूरा परिवार एक अनुष्ठान कर रहा था... हाथ और मुंह पर पट्टी बांधकर लटकना इसी अनुष्ठान का अंतिम चरण था... और परिवार को शायद ये विश्वास था कि वो बच जाएंगे...
जांच में पता चला है कि दरअसल ललित का ये कहना था कि उसके पिता उसके सपने में आते थे, उसे बताते थे कि क्या करना है, पैसा कहां लगाना है...
सूत्रों के मुताबिक "रजिस्टर में लिखा है कि पिताजी ने कहा है कि आखिरी समय पर झटका लगेगा, आसमान हिलेगा, धरती हिलेगी... लेकिन तुम घबराना मत, मंत्र जाप तेज कर देना, मैं तुम्हे बचा लूंगा... जब पानी का रंग बदलेगा तब नीचे उतर जाना, एक दूसरे की नीचे उतरने में मदद करना... तुम मरोगे नहीं, बल्कि कुछ बड़ा हासिल करोगे..."
घर मे हवन किया गया था और एक बोतल में पानी भी भर कर रखा हुआ था... रजिस्टर में ये भी लिखा हुआ था कि हाथ की पट्टी बच जाए तो मुंह पर डबल कर लेना... सूत्रों का कहना है कि सिर्फ ललित और उसकी पत्नी टीना के हाथ नहीं बंधे हुए थे...
ललित घर का बड़ा बेटा था और घर में उसकी बात सभी लोग मानते थे...ललित काफी शांत रहता था और पूजा पाठ में विश्वास रखता था.. जिसके चलते उसका धार्मिक लोगों के साथ ही उठना बेठना था.. और इस कारण ही वो अंधविश्वास में जीने लगा था..
बुराड़ी मामले में क्राइम ब्रांच ने बरामद रजिस्टर की जांच में एक और चोकाने वाली बात पाई है
मृतक बेटे ललित ने रजिस्टर के नोट्स में लिखा था
अंतिम समय में
आखरी इच्छा की पूर्ती के वक्त
आसमान हिलेगा
धरती काँपेगी
उस बक्त तुम घबराना मत
मंत्रों का जाप बड़ा देना
में आकर तुम्हे उतार लुगा
औरों को भी उतारने में मदद करुगा
मतलब इस और इशारा कर रहा है की ये मैसेज ललित को उसके पिताजी ने दिया जिसको ललित ने बाकी 10 मेंबर को करने को कहा जिसके बाद सभी लोगो ने फंदा लगाया।
क्राइम ब्रांच अब ललित के पूरे जीवन का इतिहास खंगाल रही है।
ललित के कौंन दोस्त है।
ललित की लाइफ स्टाइल क्या थी।
ललित किसका करीबी था ।
ललित किन किन लोगो से मिलता था ।
ललित के अपने भाईयो बहनों से क्या व्यहवार था मनमुटाव तो नही था।
क्या ललित ही अपने पिता का सबसे लाडला बेटा था।
कब से उसके अंदर ये ख्याल या ये भावना आना शुरू हुई की पिता उसके पास आते है या उसको दिखते है
ललित की आवाज कैसी गई उसकी भी हर एंगल से जांच की जाएगी
क्राइम ब्रांच का जांच का दायरा परीवार पर आकर टिक रहा है।
क्राइम ब्रांच जरूरत पड़ने पर मनोचिकित्सक की मदद ले सकती है।
फिलहास जॉइंट सीपी आलोक कुमार के अनुसार सभी 11 लोगों के पोस्टमार्टम हो गए है। शुरुआत में सभी ने आत्महत्या की है यही पाया गया है। विस्तार से डॉक्टर्स से जानकारी ली जाएगी। जांच जारी है।
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