Shiva Temple: भगवान शिव का वह अनोखा मंदिर जहां सांप का काटा भी हो जाता है ठीक, जानिए मान्यता

Shiva Temple
Creative Commons licenses/GoodFon

आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है। दरअसल, हम यहां पर औरंगाबाद जिले के वार गांव स्थित बक्स बाबा मंदिर की बात कर रहे हैं।

महाशिवरात्रि का पर्व भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन शिवभक्त महादेव का आशीर्वाद पाने के लिए शिवालयों में जाते हैं। वैसे तो हमारे देश में भगवान शिव के कई मंदिर हैं। वहीं खास मौकों पर इन मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां पर भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है और यह मंदिर अपने कई रहस्यों और चमत्कारों के लिए भी जाना जाता है। दरअसल, हम यहां पर औरंगाबाद जिले के वार गांव स्थित बक्स बाबा मंदिर की बात कर रहे हैं। तो आइए जानते हैं इस मंदिर से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...

मंदिर की मान्यता

मंदिर की मान्यता है कि किसी भी विषैले सांप के काटने पर मंदिर का जल लाकर व्यक्ति को छींटे मारने और जयकारा लगाने से रोगी पूरी तरह से स्वस्थ हो जाता है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर औरंगाबाद जिले के मदनपुर प्रखंड में वार गांव में स्थित है। बता दें कि बक्स बाबा मंदिर में शिवरात्रि और नागपंचमी के दिन भक्तों की भारी भीड़ लगती है। साथ ही यहां पर भव्य मेला भी लगता है। इस दिन पूरे गांव के लोग नमक का सेवन नहीं करते हैं और नाग देवता को श्रद्धालु दूध और लावा अर्पित करते हैं।

इसे भी पढ़ें: Mangalwar Vrat Katha: मंगलवार को हनुमान जी का व्रत करने से दूर होंगे कष्ट, जानिए पूजन विधि और कथा

इसके अलावा नाग पंचमी के दिन सर्पदोष से मुक्ति पाने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटती है। वहीं मंदिर के प्रांगण में पिछले कई सालों से विशाल मेले के आयोजन किए जाने की परंपरा चली आ रही है। इस वजह से सिर्फ औरंगाबाद के ही नहीं बल्कि आसपास के कई जिलों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु लोग यहां जुटते हैं। इस दौरान बख्स बाबा स्थित नागदेवता की पूजा-अर्चना की जाती है।

श्रद्धालुओं की मानें, तो इस मंदिर में मांगी गई मुराद को बख्स बाबा जरूर पूरा करते हैं। वहीं मंदिर के प्रधान पुजारी ने बताया कि इस मंदिर की अनोखी महिमा है। यहां पर साक्षात नागराज विराजमान हैं। पुजारी ने बताया कि दूध और लावा चढ़ाने वाले भक्तों को सांप के काटने का असर नहीं होता है। उन्होंने बताया कि सांप के डंसने पर बहुत सारे लोग ठीक होकर अपने घर गए हैं। यह मंदिर वर्षों पुराना है और इस मंदिर पर लोगों की काफी आस्था है और इस मंदिर के प्रति लोग का अटूट विश्वास है।

All the updates here:

अन्य न्यूज़