हमारी फिल्म क्रांति नहीं है: रत्ना पाठक शाह
‘लिपिस्टिक अंडर माय बुर्का’ को सोशल मीडिया पर प्रशंसकों और चर्चित हस्तियों की ओर से ‘लिपिस्टिक रिबेलियन’ हैशटेग के जरिए जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल चुकी है, लेकिन अदाकारा रत्ना पाठक शाह का कहना है कि अभी फिल्म को क्रांति कहना गलत होगा।
नयी दिल्ली। ‘लिपिस्टिक अंडर माय बुर्का’ को सोशल मीडिया पर प्रशंसकों और चर्चित हस्तियों की ओर से ‘लिपिस्टिक रिबेलियन’ हैशटेग के जरिए जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल चुकी है, लेकिन अदाकारा रत्ना पाठक शाह का कहना है कि अभी फिल्म को क्रांति कहना गलत होगा। अलंकृता श्रीवास्तव निर्देशित फिल्म में 60 वर्षीय अदाकारा चार मुख्य किरदारों में एक हैं। फिल्म के बोल्ड सब्जेक्ट के कारण सेंसर बोर्ड के सामने इसे दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा। शाह ने कहा कि फिल्म से कोई क्रांति होती है तो यह बाद में दिखेगी क्योंकि बदलाव में हमेशा कुछ समय लगता है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारी फिल्म क्रांति नहीं है, यह बगावत नहीं है। हम महज शुरूआत कर रहे हैं। अगर यह क्रांति बनती है तो यह बाद में होगी। मुझे उम्मीद है कि अशिष्ट तरीके में यह विध्वंसकारी क्रांति नहीं होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बदलाव एक दिन में नहीं होता और यह किसी के लिए भी आसान नहीं होता-चाहे महिला हो या पुरूष हो। किसी भी प्रगतिशील स्तर पर पहुंचाने के लिए लोगों को बाहर निकलना होगा, ठोकर लगानी होगी और आवाज देनी होगी।’’ प्रकाश झा निर्मित और एकता कपूर द्वारा वितरित फिल्म 21 जुलाई को रिलीज होने वाली है। फिल्म में कोंकणा सेनशर्मा, आहना कुमरा, प्लाबिता बोर्थाकुर, सुशांत सिंह और विक्रांत मेसी हैं।
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