चालू खाते का घाटा 10.1 अरब डालर रहेगा: सिटीग्रुप

देश का चालू खाते का घाटा (कैड) चालू वित्त वर्ष में 10.1 अरब डालर के स्तर पर रहेगा। बड़े नोटों को बंद करने के बाद मुख्य रूप से मांग में कमी से कैड संतोषजनक स्तर पर रहेगा।

देश का चालू खाते का घाटा (कैड) चालू वित्त वर्ष में 10.1 अरब डालर के स्तर पर रहेगा। सिटीग्रुप की एक रिपोर्ट के अनुसार बड़े नोटों को बंद करने के बाद मुख्य रूप से मांग में कमी से कैड संतोषजनक स्तर पर रहेगा। वैश्विक वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनी के अनुसार वित्त वर्ष 2017-18 में चालू खाते का घाटा बढ़कर 30 अरब डालर या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 1.2 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा।

सिटीग्रुप के एक शोध नोट में कहा गया है कि अक्तूबर के आंकड़ों को शामिल करने के बाद हमारा अनुमान है कि चालू खाते का घाटा 10.1 अरब डालर या जीडीपी के 0.5 प्रतिशत पर रहेगा। अक्तूबर में मुख्य रूप से मांग में कमी आने का अनुमान है। रिपोर्ट के अनुसार औसत कच्चे तेल के दाम बढ़ने का अनुमान है इससे वित्त वर्ष 2017-18 में चालू खाते का घाटा बढ़ेगा। इसके अलावा आयात की ऊंची वृद्धि तथा गैर तेल और गैर सोना आयात से देश का चालू खाते का घाटा बढ़ेगा।

देश का व्यापार घाटा अक्तूबर में बढ़कर 10.2 अरब डालर हो गया जो पिछले महीने 8.3 अरब डालर था। मुख्य रूप से सोने के आयात की वजह से यह बढ़ा है। सोने का आयात बढ़कर 3.5 अरब डालर पर पहुंच गया है जो इससे पिछले महीने 1.8 अरब डालर था। त्योहारी सीजन में आभूषणों की मांग बढ़ने से सोने का आयात बढ़ा है।

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