इलेक्ट्रिक राजमार्ग के विकास पर कई कंपनियों से चर्चाः नितिन गडकरी

Nitin Gadkari
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। गडकरी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि टिकाऊ विकास ही अंतिम लक्ष्य है और इसके लिए परिवहन के क्षेत्र में कम लागत वाली, प्रदूषण-मुक्त और स्वदेशी प्रौद्योगिकी के विकास की जरूरत है। उन्होंने टिकाऊ कारोबारी मॉडल बनाने के लिए बड़ी कंपनियों से आगे आने का आह्वान किया।

नयी दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि आर्थिक रूप से व्यवहार्य इलेक्ट्रिक राजमार्ग के विकास के लिए वह कई कंपनियों के साथ बातचीत कर रहे हैं। गडकरी ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि टिकाऊ विकास ही अंतिम लक्ष्य है और इसके लिए परिवहन के क्षेत्र में कम लागत वाली, प्रदूषण-मुक्त और स्वदेशी प्रौद्योगिकी के विकास की जरूरत है। उन्होंने टिकाऊ कारोबारी मॉडल बनाने के लिए बड़ी कंपनियों से आगे आने का आह्वान किया।

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उन्होंने कहा, ‘‘कल ही मैंने आर्थिक रूप से व्यवहार्य इलेक्ट्रिक राजमार्ग बनाने के बारे में टाटा और कुछ अन्य पक्षों के साथ चर्चा की।’’ गडकरी ने कुछ समय पहले इलेक्ट्रिक राजमार्गों के विकास की संकल्पना पेश की थी। गडकरी ने कहा, ‘‘जिस तरह से हमारे शहरों का विकास हो रहा है, उसमें हमें आखिरकार अपने शहरी कानूनों में संशोधन करने की जरूरत पड़ेगी। बेंगलुरु जैसे शहर में लोगों को दफ्तर पहुंचने में दो घंटे लग जाते हैं।’’

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उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझाने की जरूरत है कि पानी से हाइड्रोजन बनाने जैसी चीजें संभव हैं और इस काम में हमारी प्रतिभा और ज्ञान भंडार का इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि चक्रीय अर्थव्यवस्था को अपनाने से विनिर्माण लागत में कमी लाने और आयात घटाने में खासी मदद मिलेगी। तांबा और एल्युमीनियम जैसी धातुओं का दोबारा उपयोग कर वाहन कलपुर्जों के विनिर्माण की लागत में 20-25 प्रतिशत तक की कटौती की जा सकती है।

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