जलवायु परिवर्तन जैसे गंभीर मुद्दे पर सरकार की है नजर : रतन लाल कटारिया

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[email protected] । Jan 29 2020 6:41PM

जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का मुकाबले करने के लिए सरकार प्रकृति व नदियों को स्थिर करने पर ज़ोर दे रही है और साथ ही अन्य कदम भी उठा रही है।इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस व एक्सपो के लिए अपनी शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि 306 रिवर प्रोजेक्ट्स में 106 पूरे हो चुके हैं।

नई दिल्ली। जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का मुकाबले करने के लिए सरकार प्रकृति व नदियों को स्थिर करने पर ज़ोर दे रही है और साथ ही अन्य कदम भी उठा रही है। यह कहना था जलशक्ति राज्यमंत्री श्री रतन लाल कटारिया का, वह एसोचैम द्वारा आज नई दिल्ली में आयोजित जीईएम इंटरनेशनल सस्टेनेबिलिटी कॉनक्लेव एंड एक्सपो 2020 में बोल रहे थे।

इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस व एक्सपो के लिए अपनी शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा, '306 रिवर प्रोजेक्ट्स में 106 पूरे हो चुके हैं। सरकार प्रकृति एवं सतत विकास के लिए गंभीर है। इस प्रकार के सम्मेलन उन चुनौतियों के समाधान हेतु दूरगामी परिणाम देते हैं जो संवहनीयता कार्यक्रमों के अमल के आड़े आ सकती हैं और देश भर में सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्रों के उपक्रमों द्वारा चलाए जा रहे संवहनीयता कार्यक्रमों को इनसे प्रोत्साहन मिलेगा।'

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उद्घाटन भाषण देते हुए एसोचैम के अध्यक्ष डॉ निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि संवहनीयता के हमारे प्रयासों में लागत मुख्य कारक नहीं होनी चाहिए बल्कि हमारी पूरी कोशिश सब के लिए सतत विकास का परिवेश निर्मित करने की होनी चाहिए। हमने एक महीने के अंदर एक श्वेत पत्र तैयार करने का फैसला किया है जिसमें उन तरीकों का ब्यौरा होगा जिनसे वर्ष 2020 के आखिर तक दिल्ली के प्रदूषण को 33 प्रतिशत कम किया जा सके।

अपने स्वागत भाषण में एसोचैम के महासचिव श्री दीपक सूद ने कहा, 'हम संवहनीयता और सतत् विकास के ध्येय के लिए समर्पित हैं। हमें खुशी है कि न केवल उद्योग जगत बल्कि समाज के सभी वर्गों से लोग सहभागिता कर रहे हैं, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि भी शामिल हैं। हम ऐसे ही आयोजन करते रहेंगे जिनमें संवहनीय पर्यावरण और विकास में योगदान हेतु नए तरीकों पर विचार−विमर्श होगा।'

इस सम्मेलन में उद्योग जगत की कई जानीमानी हस्तियां शामिल हुईं जैसे श्री पंकज आर धारकर, चेयरमैन, काउंसिल फॉर ग्रीन एंड ईकोफ्रैंडली मूवमेंट यळम्डद्धय ।त. स्पना, वाइस प्रेसिडेंट, काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चरय श्री के. नारायण राव, ग्रुप डिप्टी एमडी, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि.य श्री एस.के. लोहिया, एमडी और सीईओ, इंडियन रेलवे स्टेशंस डैवलपमेंट कॉर्पोरेशन लि. यप्त्ैक्ब्द्ध और श्री धरणीधर खाटीवाड़ा, डायरेक्टर जनरल, फेडरेशन ऑफ नेपलीज़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री यथ्छब्ब्प्द्ध, नेपाल आदि। 

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एसोचैम ने जीईएम इंटरनेशनल सस्टेनेबिलिटी कॉनक्लेव एंड एक्सपो 2020 का आयोजन किया ताकि पर्यावरण के अनुकूल ग्रीन बिल्डिंग डिजाइन व कंस्ट्रक्शन पर चर्चा को सुगम बनाया जाए व इस विषय को प्रोत्साहन दिया जा सके। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन एवं प्रदर्शनी में 400 से ज्यादा प्रतिष्ठित राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय आर्किटेक्टों, एमईपी, पर्यावरण एवं संवहनीयता सलाहकारों ने भाग लिया जिनमें नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश व भूटान के अपेक्स चैम्बरों के प्रतिनिधि शामिल थे। 

ऐसोचैम के बारे में

ऐसोचैम ने सन् 1920 में भारतीय उद्योग के कल्याण हेतु अपनी कोशिशों का सफर शुरु किया। इसे प्रोमोटर चैम्बर्स ने स्थापित किया जो भारत के सभी क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। 400 से अधिक चैम्बर्स और ट्रेड ऐसोसिएशनें इससे जुड़ी हुई हैं और यह भारत भर में 4.5 लाख से ज्यादा सदस्यों को सेवाएं दे रही है। ऐसोचैम भारतीय उद्योग के लिए ज्ञान का स्त्रोत बन कर उभरी है, जो ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था में वृद्धि एवं विकास के आयामों को पुनरूपरिभाषित करने के लिए तैयार है।

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