सत्या नडेला से मुलाकात के दौरान छात्रों, शिक्षकों, सामाजिक उद्यमियों के लिए खुला अवसरों का संसार

Satya Nadella
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बेंगलुरु के नेशनल पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले ऋषि राजेश और उनके चार सहपाठियों के लिए राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार की सुबह बेहद सर्द थी, लेकिन यह दिन उनके लिए यादगार था।

बेंगलुरु के नेशनल पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले ऋषि राजेश और उनके चार सहपाठियों के लिए राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार की सुबह बेहद सर्द थी, लेकिन यह दिन उनके लिए यादगार था। इन छात्रों को माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सत्या नडेला के साथ बातचीत करने का मौका मिला। उन्होंने ब्लूमबॉक्स ऐप के बारे में प्रस्तुति दी, जो श्रवण-बाधित लोगों को बातचीत में मदद के लिए तकनीकी समाधान मुहैया कराता है। इसके जरिये अवाज को संकेत तथा संकेत को आवाज में बदलकर बातचीत को आसान बनाया जा सकता है।

नेशनल पब्लिक स्कूल के दसवीं कक्षा के छात्र राजेश ने बाद में इस मुलाकात को जीवन का यादगार पल और रोमांचक तथा प्रेरणादायक अनुभव बताया। नडेला ने छात्रों, शिक्षकों और सामाजिक उद्यमियों के साथ बातचीत की, जो माइक्रोसॉफ्ट के विभिन्न कार्यक्रमों, पहल और उपकरणों का लाभ उठाकर समाज में बदलाव ला रहे हैं। हैदराबाद में जन्मे नडेला भारत की चार दिन की यात्रा पर हैं। उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट के ‘टेक फॉर गुड एंड एजुकेशन’ कार्यक्रम के तहत इन लोगों से मुलाकात की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा और परमार्थ कार्य के क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी के प्रभावों को रेखांकित करना है।

नडेला ने शिक्षकों, छात्रों और उन पेशेवरों के साथ बातचीत भी की जो माइक्रोसॉफ्ट के विभिन्न कार्यक्रमों, पहल और उपकरणों की मदद से समाज में बदलाव ला रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी ने जो किया है, उसे देखते हुए कहना चाहता हूं कि आपकी लगन, कल्पना और सरलता वास्तव में प्रेरणादायक है। हमारे मिशन को बढ़ते देखना मुझे जमीन से जोड़े रखता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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