Wipro चीफ अजीम प्रेमजी ने कहा, महामारी ने मानवीय दुख और त्रासदी को झकझोर दिया

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विप्रो के संस्थापक अध्यक्ष अजीम प्रेमजी ने कहा कि कोरोना महामारी ने संरचनात्मक असमानताओं, अन्याय को उजागर किया है।फिक्की के वार्षिक अधिवेशन में एक संदेश के जरिए प्रेमजी ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने मानवीय दुख और त्रासदी को झकझोर दिया है और यह हमें याद दिलाता है कि अर्थव्यवस्था समाज का हिस्सा है और मानव कल्याण सबसे महत्वपूर्ण है।

नयी दिल्ली। विप्रो के संस्थापक अध्यक्ष अजीम प्रेमजी ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी ने संरचनात्मक असमानताओं और अन्याय को उजागर किया है, जो लाखों नागरिकों को सामान्य गरिमामय जीवन से दूर कर देता है। साथ ही उन्होंने कहा कि आपदा से सार्वजनिक प्रणालियों की बुनियादी भूमिका स्पष्ट हुई है। फिक्की के वार्षिक अधिवेशन में एक संदेश के जरिए प्रेमजी ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने मानवीय दुख और त्रासदी को झकझोर दिया है और यह हमें याद दिलाता है कि अर्थव्यवस्था समाज का हिस्सा है और मानव कल्याण सबसे महत्वपूर्ण है।

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उन्होंने कहा, ‘‘महामारी ने हमारी सभी संरचनात्मक असमानताओं और अन्याय को उजागर किया है, जो हमारे लाखों-करोड़ों नागरिकों को सामान्य गरिमामय जीवन से दूर कर देता है। यह भी स्पष्ट हुआ है कि बाजारों और व्यवसायों की समाज में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है, और सार्वजनिक सुविधाएं तथा सार्वजनिक प्रणालियों की कहीं अधिक बुनियादी जरूरत है।’’ प्रेमजी ने कहा कि देश के एजेंडे में इन बातों को शामिल होना चाहिए - भोजन, आवास, सुरक्षा और बुनियादी सामाजिक सुरक्षा, न्यायसंगत और उच्च गुणवत्ता वाली सार्वजनिक शिक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली, पृथ्वी और उस पर सभी जीवन की देखभाल, किसी भी प्रकार के पूर्वाग्रह और भेदभाव का उन्मूलन, और रोजगार तथा आजीविका, जो न्यायपूर्ण और निष्पक्ष हो। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम सभी - सरकारें, उद्योग, नागरिक समाज, राजनेता, आम नागरिक - एक साथ आते हैं, तो मुझे यकीन है कि यह एजेंडा काफी हद तक पूरा हो सकता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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