रिजर्व बैंक ने अपने वित्तीय साक्षरता अभियानों के असर का पता लगाने की कवायद शुरू की

reserve bank of India

आरबीआई आम लोगों को बैंकिंग नियमों के बारे में शिक्षित करने के लिए ‘आरबीआई कहता है’ नाम से एक अभियान चलाता है। इसके अलावा केंद्रीय बैंक जनता को अच्छी और सुरक्षित बैंकिंग प्रथाओं के बारे में भी जागरूक करता है।

मुंबई| भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने वित्तीय साक्षरता और सुरक्षित बैंकिंग व्यवहार को बढ़ावा देने के लिए उसके द्वारा शुरू किए गए मल्टीमीडिया जागरूकता अभियानों के असर का पता लगाने की कवायद शुरू की है।

आरबीआई आम लोगों को बैंकिंग नियमों के बारे में शिक्षित करने के लिए ‘आरबीआई कहता है’ नाम से एक अभियान चलाता है। इसके अलावा केंद्रीय बैंक जनता को अच्छी और सुरक्षित बैंकिंग प्रथाओं के बारे में भी जागरूक करता है।

यह एक बहुमीडिया बहुभाषी अभियान है, जिसमें एसएमएस, प्रिंट, टेलीविजन चैनल, रेडियो, होर्डिंग, वेबसाइट और सोशल मीडिया का उपयोग किया जाता है। इस अभियान के असर का पता लगाने के लिए केंद्रीय बैंक ने कुछ चुनिंदा संस्थाओं से प्रस्ताव मांगे हैं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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