औद्योगिक श्रमिकों के लिए खुदरा मुद्रास्फीति February में 6.16 प्रतिशत पर स्थिर

Retail inflation
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श्रम ब्यूरो ने बयान में कहा, ‘‘पिछले महीने मुद्रास्फीति दर जनवरी, 2023 के 6.16 प्रतिशत की तुलना में 6.16 प्रतिशत पर स्थिर रही। वहीं एक साल पहले इसी महीने यानी फरवरी 2022 में मुद्रास्फीति दर 5.04 प्रतिशत थी।’’

औद्योगिक कामगारों के लिये खुदरा महंगाई दर फरवरी में इससे पिछले महीने की तुलना में 6.16 प्रतिशत पर स्थिर रही। श्रम ब्यूरो ने बयान में कहा, ‘‘पिछले महीने मुद्रास्फीति दर जनवरी, 2023 के 6.16 प्रतिशत की तुलना में 6.16 प्रतिशत पर स्थिर रही। वहीं एक साल पहले इसी महीने यानी फरवरी 2022 में मुद्रास्फीति दर 5.04 प्रतिशत थी।’’ इसमें कहा गया है कि खाने के सामान की मुद्रास्फीति दर 6.13 प्रतिशत रही। जनवरी माह में यह 5.69 प्रतिशत और फरवरी, 2022 के दौरान 5.09 प्रतिशत थी।

श्रम और रोजगार मंत्रालय से संबद्ध श्रम ब्यूरो, देश में औद्योगिक रूप से महत्वपूर्ण 88 केंद्रों में फैले 317 बाजारों से एकत्र खुदरा कीमतों के आधार पर हर महीने औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई-आईडब्ल्यू) संकलित करता है है। यह सूचकांक 88 केंद्रों और पूरे देश के लिए संकलित किया जाता है और बाद के महीने के अंतिम कार्य दिवस पर जारी किया जाता है। अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक-औद्योगिक कर्मचारी (सीपीआई-आईडब्ल्यू) फरवरी माह में 0.1 अंक घटकर 132.7 अंक पर रहा। जनवरी 2023 में यह 132.8 अंक था।

वर्तमान सूचकांक में खाद्य और पेय पदार्थ समूह में सबसे अधिक गिरावट आई। इसका कुल परिवर्तन में 0.1 प्रतिशत अंक का योगदान रहा। सूचकांक में कमी में जिन समानों का योगदान रहा है, उसमें पत्तागोभी, फूलगोभी, बैंगन, गाजर, प्याज, आलू, मटर, फ्रेंचबीन, सहजन, कुंदरू, अंगूर, सूरजमुखी का तेल, सोयाबीन का तेल, सरसों का तेल आदि शामिल हैं। हालांकि, चावल, गेहूं, गेहूं का आटा, भैंस का दूध, गाय का दूध, शुद्ध घी आदि में तेजी से गिरावट पर अंकुश लगा।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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