शाइन.कॉम ने 2019 के लिए नौकरियों की संभावना में लगाया वृद्धि का अनुमान

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इससे 2018 में शिक्षा, प्रशिक्षण और भाषा क्षेत्र ने महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है। उद्योग के विशेषज्ञ 2019 में सभी मौजूदा हाई-ग्रोथ डोमेन में तेजी से नियुक्तियों की उम्मीद कर रहे हैं। ये भविष्य के ट्रेंड्स निस्संदेह बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजिकल अपटेक की वजह से सभी उद्योगों में काम को लेकर बदलते ट्रेंड्स से प्रभावित होंगे।

भारत के दूसरे सबसे बड़े ऑनलाइन जॉब पोर्टल शाइन.कॉम ने हाल ही में 2019 के लिए नौकरियों की संभावना वाले में वृद्धि का अनुमान लगाया है। इस प्रौद्योगिकी-संचालित जॉब सर्च प्लेटफार्म ने पिछले साल जुटाए अपने विशाल डेटा का इस्तेमाल करते हुए भारत में नौकरियों के बढ़ने की स्थिति की मैपिंग करने के साथ ही प्रमुख उद्योगों और फंक्शनल क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया है। यह कोई अचरज वाली बात नहीं है कि शीर्ष महानगरों जैसे कि बैंगलोर, मुंबई, दिल्ली और चेन्नई ने सबसे ज्यादा टैलेंट डिमांड क्षेत्र में अपना दबदबा बरकरार रखा है। हालाँकि, उभरते शहरों जैसे कि हैदराबाद, पुणे, कोलकाता और अहमदाबाद ने भी क्षेत्रीय जॉब हब के रूप में अपना दावा किया है और 2018 में नौकरियां देने के मामले में असाधारण प्रदर्शन किया है। हकीकत तो यह है कि आईटी क्षेत्र के अपने दबदबे के दम पर हैदराबाद पिछले एक साल में नौकरियों देने वाले शीर्ष 5 शहरों में शामिल हुआ। शाइन डॉट कॉम के अनुमानों के अनुसार, टायर-2 शहरों में देखी गई वृद्धि का श्रेय इन भौगोलिक क्षेत्रों में काम कर रहे एफएमसीजी / कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, फार्मास्यूटिकल्स और स्वास्थ्य सेवा, और ऊर्जा और नवीकरणीय क्षेत्रों को दिया जा सकता है।

उद्योग-वार डिमांड विश्लेषण से यह बात सामने आई कि 2017 की ही तरह आईटी-सॉफ्टवेयर, बीएफएसआई, मैन्यूफेक्चरिंग और बीपीओ / केपीओ क्षेत्र 2018 में भी नौकरियां देने के मामले में सबसे आगे रहे। आईटी / सॉफ्टवेयर क्षेत्र के भीतर भी डेटा साइंस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबरस्पेस और प्रोग्रेसिव ऐप्स जैसी प्रौद्योगिकियों में नौकरी की संभावनाएं बढ़ी हैं। जहां इन क्षेत्रों में उच्च पदों के अवसर बढ़ रहे हैं, पेशेवरों को इन भूमिकाओं में लाने के लिए प्रशिक्षण किए जाने की आवश्यकता है। बीपीओ / केपीओ क्षेत्र में प्रौद्योगिकी में व्यापक वृद्धि की वजह से नई नौकरियों में वृद्धि की है और यह प्रवृत्ति 2019 में भी जारी रहने की संभावना है। इसके अलावा भारत में ज्यादा मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट स्थापित हो रहे हैं। इसका असर जिन जगहों पर यह मैन्यूफेक्चरिंग प्लांट लग रहे हैं, उन टायर-2 और 3 शहरों में नई नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे। फिनटेक फर्म्स, मोबाइल वॉलेट्स और कई पैमेंट एप्स के आने से बीएफएसआई सेक्टर में निरंतर वृद्धि सुनिश्चित की है। निश्चित तौर पर 2019 में भी यह सेक्टर सबसे ज्यादा नौकरियां पैदा करने वाले उद्योगों में अपना स्थान बनाए रखेगा। 2019 में नौकरियां देने में वृद्धि प्रदर्शित कर रहे उभरते हुए उद्योगों में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा शामिल है। 2018 में इन दोनों क्षेत्रों में कई तकनीकी स्टार्टअप लॉन्च हुए हैं, जिनसे 2019 में विकास और नई नौकरियों के अवसर का भरोसा भी जागा है। 

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दिलचस्प घटनाक्रम यह है कि इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन जैसे सुस्त उद्योगों में भी भर्तियों में महत्वपूर्ण तेजी देखी गई और इस सेग्मेंट ने 2018 में शीर्ष 10 सेक्टर्स की सूची में स्थान बनाया। रिपोर्ट के अनुसार इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन डोमेन में टियर-2 क्षेत्रों में वृद्धि हुई है, जिसका क्षेत्र इंफ्रास्ट्रक्चरल विकास को दिया जा सकता है। फंक्शनल क्षेत्रों के संदर्भ में आईटी / सॉफ्टवेयर, ग्राहक सेवा, बैंकिंग और वित्त, और प्रोडक्शन 2018 में शीर्ष कार्य क्षेत्रों के तौर पर उभरा है। विकास को बढ़ावा देने के लिए ज्यादातर संगठन प्रौद्योगिकी को अपना रहे हैं, इससे आईटी / सॉफ्टवेयर क्षेत्र में डिमांड बढ़ी है। इसके अलावा फिनटेक क्षेत्र में स्टार्टअप्स में वृद्धि से बीएफएसआई उद्योग में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। जैसे-जैसे भारत दुनिया के सबसे कम उम्र का वर्कफोस बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, उत्पादन क्षेत्र को महत्वपूर्ण बढ़ावा मिल रहा है। वास्तव में भारत को अगले कुछ वर्षों में एक मैन्यूफेक्चरिंग सेंटर बनने का अनुमान है। इससे प्रोडक्शन और मैन्यूफेक्चरिंग 2018 में पेशेवरों को काम पर रखने वाले प्रमुख फंक्शनल सेक्टर में से एक बन गया है।

डायनेमिक ट्रेंड्स पर बात करते हुए, जायरस मास्टर, सीईओ - शाइन डॉट कॉम, ने कहा, “सभी उद्योगों में प्रौद्योगिकी पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है, इससे पिछले एक साल में हायरिंग डोमेन में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। हमने स्वास्थ्य सेवा और बीएफएसआई जैसे क्षेत्रों में तेजी से विकास देखा है। इस डोमेन में शामिल कंपनियां इनोवेशन और प्रक्रियाओं के सुधार कर रही है। हमें उम्मीद है कि 2019 और उसके बाद भी बैंगलोर, मुंबई और दिल्ली सहित सबसे ज्यादा नौकरियां देने वाले शहरों में विकास की रफ्तार जारी रहेगी और वह अपनी स्थिति कायम रखेंगे। हालांकि, हमें आश्चर्य नहीं होगा यदि इंदौर और जयपुर जैसे टियर-2 शहर अगले कुछ वर्षों में प्रमुख स्थान ले लें।

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इसके अलावा, एजुकेशन और ट्रेनिंग क्षेत्र को गति पकड़ते देखना खुशी की बात है, क्योंकि पेशेवर आईटी और गैर-आईटी क्षेत्रों में समान रूप से उभरती हुई तकनीकी भूमिकाओं के लिए नई स्किल सीखकर वे खुद को नए काम के लिए तैयार कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि हमारे शाइन लर्निंग बिज़नेस को भी इस ट्रेंड का फायदा होगा ”प्रौद्योगिकी को तैनात करने से जैसे-जैसे उद्योगों में वृद्धि हो रही है, उससे 2018 में सेल्स और बिजनेस डेवलपमेंट फंक्शंस में भी बढ़ोतरी देखी गई। साथ ही अधिक से अधिक पेशेवरों ने नए जमाने की नौकरियों के लिए खुद को तैयार करने पर ध्यान केंद्रित किया। इससे 2018 में शिक्षा, प्रशिक्षण और भाषा क्षेत्र ने महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है। उद्योग के विशेषज्ञ 2019 में सभी मौजूदा हाई-ग्रोथ डोमेन में तेजी से नियुक्तियों की उम्मीद कर रहे हैं। ये भविष्य के ट्रेंड्स निस्संदेह बड़े पैमाने पर टेक्नोलॉजिकल अपटेक की वजह से सभी उद्योगों में काम को लेकर बदलते ट्रेंड्स से प्रभावित होंगे।

शाइन.कॉम के बारे में 

शाइन.कॉम वर्तमान में भारत में दूसरा सबसे बड़ा ऑनलाइन नौकरी पोर्टल है। एचटी मीडिया के मालिकाना हक और उसके द्वारा संचालित शाइन डॉट कॉम ने पिछले एक दशक में नौकरियों और भर्ती के क्षेत्र में डोमेन लीडर के रूप में खुद को स्थापित किया है। इसकी बड़ी वजह है पोर्टल का मजबूत उद्योग कनेक्शन और इनोवेटिव, टेक्नोलॉजी-ड्रिवन अप्रोच।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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