रूस-यूक्रेन संकट से भारत का चाय निर्यात प्रभावित होने की आशंका
भारतीय चाय संघ की चेयरपर्सन नयनतारा पालचौधरी ने कहा, भारतीय चाय के लिए रूसी बाजार बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि ईरान को निर्यात में भुगतान को लेकर समस्या है, जो एक दूसरा महत्वपूर्ण चाय निर्यात गंतव्य है। भारत का लगभग 18 प्रतिशत चाय निर्यात रूस को होता है।
कोलकाता| चाय बागान मालिक और निर्यातक रूस-यूक्रेन संकट के मद्देनजर चिंतित हैं, क्योंकि रूस भारतीय चाय का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है। बृहस्पतिवार को यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद पश्चिमी प्रतिबंधों और डॉलर के भुगतान में व्यवधान के साथ-साथ रूस को निर्यात प्रभावित होने की आशंका है।
भारतीय चाय संघ की चेयरपर्सन नयनतारा पालचौधरी ने कहा, भारतीय चाय के लिए रूसी बाजार बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि ईरान को निर्यात में भुगतान को लेकर समस्या है, जो एक दूसरा महत्वपूर्ण चाय निर्यात गंतव्य है। भारत का लगभग 18 प्रतिशत चाय निर्यात रूस को होता है।
उन्होंने कहा कि संघर्ष और अमेरिका द्वारा प्रतिबंध लगाने की संभावना की स्थिति में आगामी सत्र में रूस को निर्यात प्रभावित होगा।’’
भारतीय चाय निर्यातक संघ के चेयरमैन अंशुमान कनोरिया ने भी कहा कि चाय उद्योग के अंशधारक इस संकट को लेकर बेहद चिंतित हैं।
पालचौधरी ने कहा कि यदि रूस को निर्यात प्रभावित होता है, तो घरेलू बाजार में अधिक आपूर्ति की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिसके परिणामस्वरूप कीमतों में गिरावट आ सकती है। सीआईएस देशों को होने वाले कुल निर्यात में रूस और कजाकिस्तान मुख्य बाजार हैं।
कनोरिया ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तेल की बढ़ती कीमतों के साथ प्लांटर्स और निर्यातकों के लिए परिचालन की लागत बढ़ने वाली है।
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