डॉक्टर बनने के लिए जरूरी है नीट परीक्षा, ऐसे करें इसकी तैयारी

NEET Examination

नीट परीक्षा की योग्यता की बात करें तो 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट के साथ मिनिमम 50 परसेंट मार्क होना अनिवार्य है। इसके अलावा आवेदक की कम से कम 17 वर्ष की उम्र होना चाहिए।

नीट मतलब नेशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट! यह परीक्षा देशभर में मेडिकल कॉलेजेज में एडमिशन लेने के लिए आयोजित की जाती है। 12वीं के बाद अगर आप भी डॉक्टर बनना चाहते हैं और इससे संबंधित एमबीबीएस (MBBS) अथवा बीडीएस (BDS) की पढ़ाई करना चाहते हैं तो आप को इस नीट का एग्जाम देना ही पड़ेगा। बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए (NTA) द्वारा इसके लिए एंट्रेंस एग्जामिनेशन प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाती है।

इस परीक्षा की योग्यता की बात करें तो 12वीं में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी सब्जेक्ट के साथ मिनिमम 50 परसेंट मार्क होना अनिवार्य है। इसके अलावा आवेदक की कम से कम 17 वर्ष की उम्र होना चाहिए।

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जान लें कि अगर आपने 12वीं की पढ़ाई ठीक ढंग से की है, खासकर बायोलॉजी, फिजिक्स व केमिस्ट्री में, तो आप इस परीक्षा में बेहतर अंक प्राप्त कर सकते हैं, किंतु ध्यान रखने वाली बात यह है कि यह राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित की जाने वाली एकमात्र मेडिकल परीक्षा है। अतः कंपटीशन बेहद कठोर होता है। अतः मुश्किल तो होगी, किन्तु यह नामुमकिन कतई नहीं है!

परीक्षा के माध्यम की बात करें तो हिंदी और अंग्रेजी में इसके प्रश्न दिए जाते हैं।

अगर आप इस परीक्षा में पास हो जाते हैं तो ऑनलाइन इसकी काउंसलिंग होती है और नेशनल लेवल के अलावा स्टेट लेवल पर भी इसकी काउंसलिंग कंडक्ट की जाती है। इसमें अलग-अलग कैटेगरी के हिसाब से सीटों को आवंटित किया जाता है।

एनटीए की ऑफिशियल वेबसाइट nta.ac.in पर इसकी दूसरी कई जानकारियां आपको मिल जाएंगी। यहां तक कि आप मॉक टेस्ट का पेपर भी यहाँ से डाउनलोड कर सकते हैं और उस हिसाब से अपनी तैयारी को धार दे सकते हैं।

कॅरियर एक्सपर्ट्स तैयारी के लिए सलाह देते हैं कि आपको काफी पहले से इस पर ध्यान देना होता है, किंतु जिस स्तर का टफ एग्जामिनेशन होता है, उसे देखते हुए आपको अंतिम के तकरीबन 2 महीने बेहद सटीकता से रिवीजन पर बिताना होगा। इसके लिए आपको न केवल स्ट्रेस से बचना होगा, बल्कि बेहतरीन तैयारी के लिए पूरी शेड्यूलिंग करके अलग-अलग सब्जेक्ट पर ध्यान देना होगा।

ध्यान रहे! यह कोई साधारण एग्जामिनेशन नहीं है, इसलिए आप भिन्न एक्सपर्ट्स से मार्गदर्शन लेने में संकोच ना करें।

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इसमें पिछले वर्ष के टॉपर्स का इंटरव्यू आपको मिल जाएगा, जिसे आपको पढना-सुनना चाहिए। इसी प्रकार से जो दूसरे एक्सपर्ट्स हैं, उनकी राय भी आपको काफी लाभ पहुंचा सकती है। किन्तु अंत में आपका डिसिप्लिन और बेहतरीन रिवीजन के साथ मॉक टेस्ट पेपर अधिक से अधिक बार सॉल्व करना आप के लिए सबसे मददगार साबित हो सकता है। कंप्रिहेंसिव रिवीजन इसमें काफी फायदेमंद साबित होता है। इसके लिए आपको एनसीआरटी बुक्स का गहराई से अध्ययन करना चाहिए।

अंत में आपको संपूर्ण सिलेबस पर ध्यान देना होता है और सिलेक्टिव टॉपिक्स को स्टडी करने से बचना है। आपको सम्पूर्ण कोर्स के अधिक से अधिक हिस्सों को, कम से कम समय में कवर करने की कोशिश करनी चाहिए। ध्यान रहे, इसका कोई शॉर्टकट नहीं है, बल्कि कड़ी मेहनत ही आपको इसमें इक्षित परिणाम दे सकती है।

- मिथिलेश कुमार सिंह 

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