चैम्पियंस ट्रॉफी में कड़ा है मुकाबला, भारत की साख दांव पर

पिछली चैम्पियंस ट्रॉफी जून− 2017 में इंग्लैंड और वेल्स में खेली गई थी। तब भारत और पाकिस्तान की भिडंत फाइनल में हुई थी और पाकिस्तान ने हमें पराजित कर दिया था। लीग मैच में तो भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया था लेकिन फाइनल में हम उससे पार नहीं पा सके।
क्रिकेट की दुनिया में एक बार फिर से चैम्पियंस ट्रॉफी की वापसी हो गई है। इसी महीने की 19 तारीख से इसका शुभारंभ पाकिस्तान की धरती से हो रहा है। इसे मिनी विश्व कप भी कहा जाता है। इस प्रतियोगिता में आईसीसी वनडे रैंकिंग की आठ टीमें भाग लेती हैं। आईसीसी ने उन देशों में क्रिकेट को बढ़ावा देने के लिए चैम्पियंस ट्राफी की शुरुआत की जहां टेस्ट मैच नहीं खेले जाते हैं। इसीलिए पहली चैम्पियंस ट्रॉफी 1998 में बांग्लादेश में खेली गई। इसके बाद इसका आयोजन 2002 में कीनिया में हुआ। 2013 में भारत इसका विजेता रहा है। पहले यह हर दो साल पर खेली जाती थी। इस बार 50 ओवरों के फार्मेट में इसके मैच पाकिस्तान के अलावा दुबई में खेले जाएंगे। भारतीय टीम ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान जाने से इनकार कर दिया था। इस नाते भारत के सभी मैच दुबई में खेले जाएंगे। पाकिस्तान की दलील थी कि जब उसकी टीम विश्व कप खेलने भारत जा सकती है तो भारत की टीम को भी पाकिस्तान आना चाहिए। पिछले साल यह मामला काफी चर्चा में रहा कि भारत सरकार क्या रवैया अपनाएगी, अपनी टीम को पाकिस्तान जाने की अनुमति मिलेगी या नहीं? आखिरकार पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड और भारतीय क्रिकेट बोर्ड के बीच यह तय हुआ कि भारत अपने मैच किसी तटस्थ देश में खेलेगा। इसके लिए संयुक्त अरब अमीरात के शहर दुबई को चुना गया जहां पहले भी भारत खेल चुका है। अब अगर भारत फाइनल या सेमी फाइनल में पहुंचता है तो भी वह अपने मैच दुबई में ही खेलेगा। हम सब जानते हैं कि भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में खटास है। इसके चलते द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जा रही है। लेकिन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में इसके लिए हाइब्रिड माडल का इस्तेमाल किया जा रहा है। यानी दोनों देश तटस्थ स्थान पर खेल रहे हैं। दो साल पहले एशिया कप भी इसी आधार पर खेला गया था। भारत ने अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले और प्रतियोगिता में विजय भी पाई।
पिछली चैम्पियंस ट्रॉफी जून− 2017 में इंग्लैंड और वेल्स में खेली गई थी। तब भारत और पाकिस्तान की भिडंत फाइनल में हुई थी और पाकिस्तान ने हमें पराजित कर दिया था। लीग मैच में तो भारत ने पाकिस्तान को हरा दिया था लेकिन फाइनल में हम उससे पार नहीं पा सके। उसके बाद यह प्रतियोगिता काफी दिनों तक स्थगित रही। अब 2025 में इसकी वापसी हो रही है। विश्व की आठ प्रमुख टीमें इसके लिए मैदान में उतरेंगी। भारत का पहला मैच 20 फरवरी को बांग्लादेश के साथ होगा।
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विश्व कप−2023 में मिली पराजय को भारत भूला नहीं है। पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करने के बाद अहमदाबाद में खेले गए फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया से हम हार गए थे। इसके बाद एकदिवसीय प्रारूप में खेली जाने वाली यह पहली स्पर्धा होगी। भारत पिछले जख्म का बदला लेना अवश्य चाहेगा। इस नाते हम कह सकते हैं कि भारत की प्रतिष्ठा दांव पर है। इंग्लैंड के साथ मौजूदा सीरीज में हमारा प्रदर्शन बढि़या रहा है। भारत टी−20 सीरीज 4−1 से जीत गया है और वनडे सीरीज में भी 2−0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। नागपुर में वनडे सीरीज का पहला और कटक में रविवार को हुआ दूसरा मैच भारत ने चार विकेट से जीत लिया है। इससे चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए अच्छा अभ्यास हो गया है। भारतीय टीम का ऐलान किया जा चुका है। कप्तान रोहित शर्मा को बनाया गया है जो सीमित ओवरों के मैच में सफल खिलाड़ी रहे हैं। मगर, पिछले कुछ महीनों से उनके प्रदर्शन में काफी गिरावट आई है। ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बार्डर−गावस्कर टेस्ट सीरीज में रोहित बुरी तरह नाकाम रहे। हालत यह थी कि आखिरी टेस्ट में उन्हें बाहर बैठना पड़ा। भारत में यह पहली बार हुआ जब खराब प्रदर्शन के कारण कप्तान को ही मैच में नहीं उतारा गया। उनके कॅरियर पर अब सवाल उठाए जा रहे हैं। पर, उनका कहना है कि मैं अभी संन्यास नहीं लंूगा। नागपुर वनडे में रोहित का बल्ला नहीं चला। वह दो रन बना कर आउट हो गए। लेकिन कटक में 119 रनों की पारी खेल कर उन्होंने फॉर्म में लौटने के संकेत दिए हैं। रोहित से ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है। चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले उनका लय में लौटना आवश्यक भी था।
विराट कोहली का बल्ला भी काफी दिनों से खामोश है। नागपुर में वह चोट के कारण नहीं खेले लेकिन कटक में उनके बल्ले से केवल 5 रन निकले। विराट और रोहित का यह आखिरी आईसीसी टूर्नामेंट हो सकता है क्योंकि दोनों पर उम्र का प्रभाव दिख रहा है। इन दोनों के निराशाजनक प्रदर्शन से टीम का पराजय का मुंह देखना पड़ता है। उप कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ दो मैचों में अर्धशतकीय पारी खेली है। यह शुभ संकेत है, पर केएल राहुल ने निराश किया है। चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए जसप्रीत बुमराह का फिट होना बहुत जरूरी है। इसी कारण इंग्लैंड के विरुद्ध मैचों में उन्हें नहीं उतारा गया। मोहम्मद शमी लगभग एक साल बाद वापसी कर रहे हैं। बुमराह और शमी अगर पूरी तरह फिट रहे तो भारत की संभावनाएं काफी प्रबल हो जाएंगी। अक्षर पटेल का हरफनमौला प्रदर्शन भारत के लिए बोनस की तरह है। आशा है, रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे और भारत इस आईसीसी ट्रॉफी को जीत कर विश्व कप−2023 की हार का गम करेगा।
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