जानिए क्या है मिर्गी रोग और कैसे करें इससे बचाव
मिर्गी एक क्रॉनिक डिसीज है। यह एक ऐसा विकार है, जिसमें मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं की अवस्था बिगड़ जाती है जिससे दौरे पड़ते हैं। कभी−कभी दौरे पड़ने के बाद व्यक्ति बेहोश भी हो जाता है।
मिर्गी रोग को लेकर लोगों के मन में कई तरह की भ्रांतियां है। जो व्यक्ति इस बीमारी से पीडि़त होता है, उसे अक्सर झटके लगते हैं और हो सकता है कि वह बेहोश भी हो जाए। लेकिन आसपास के लोग इसे कुछ और ही समझ लेते हैं। कई बार लोगों के मन में व्याप्त भ्रांतियों के कारण पीडि़त व्यक्ति को सही इलाज नहीं मिल पाता और इस स्थिति में व्यक्ति की स्थिति दिन−ब−दिन बिगड़ती जाती है। तो चलिए आज इस लेख में हम आपको मिर्गी रोग से जुड़ी जरूरी जानकारी दे रहे हैं−
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क्या है मिर्गी रोग
हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि मिर्गी एक क्रॉनिक डिसीज है। यह एक ऐसा विकार है, जिसमें मस्तिष्क की तंत्रिका कोशिकाओं की अवस्था बिगड़ जाती है जिससे दौरे पड़ते हैं। कभी−कभी दौरे पड़ने के बाद व्यक्ति बेहोश भी हो जाता है। आमतौर पर मिर्गी के दौरे पड़ने के पीछे कारणों में आनुवांशिक विकार या मस्तिष्क पर आघात या स्ट्रोक आदि प्रमुख होते हैं। जब किसी व्यक्ति को मिर्गी का दौरा पड़ता है तो उसके शरीर में जकड़न होती है, उसके हाथ−पैर तिरछे हो सकते हैं। हो सकता है कि उसे मुंह से झाग भी निकले और वह बेहोश हो जाए। मिर्गी का आमतौर पर दवाओं से इलाज किया जाता है। लेकिन कभी−कभी दवाओं से इलाज नहीं हो पाता तो इस स्थिति में व्यक्ति को एपीलैप्सी सर्जरी की सलाह दी जाती है। यह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है और इसे कभी भी हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए।
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यूं करें बचाव
कहते हैं कि इलाज से बेहतर है बचाव। ऐसे में आप भी मिर्गी के विकास के जोखिम को रोकने या कम करने के लिए कुछ उपाय अपना सकते हैं। मसलन, कोशिश करें कि आपके मस्तिष्क पर किसी तरह की चोट ना लगे। इसके लिए आप हमेशा डाइव करते समय सीट बेल्ट बांधे या फिर हेलमेट पहनें ताकि आपका मस्तिष्क सुरक्षित रहे। स्वस्थ आहार खाने, व्यायाम करने और धूम्रपान छोड़ने से स्ट्रोक और हृदय रोग के जोखिम को कम करें। स्ट्रोक भी मिर्गी का एक मुख्य कारण है। इसके अलावा टीकाकरण को हमेशा समय पर करवाएं। यह आपके संक्रमण की संभावना को कम करता है जो कभी−कभी मिर्गी का कारण बन सकता है। सिस्टीसरकोसिस नामक संक्रमण से बचने के लिए अच्छे हाथ धोने और खाद्य सुरक्षा की आदतों का अभ्यास करें, जो दुनिया भर में अधिग्रहित मिर्गी का सबसे आम कारण है। गर्भावस्था के दौरान प्रसव पूर्व देखभाल करें और स्वस्थ रहें।
मिताली जैन
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