LAC पर बीमार पड़ रहे हैं चीनी सैनिक, दो टॉप कमांडर की हो चुकी है मौत, जानिए कारण

LAC
अंकित सिंह । Oct 13 2021 5:01PM

दोनों देशों के बीच लगातार तनाव की स्थिति है। लेकिन सैनिकों की बीमार पड़ने की वजह से चीन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। खबर यह भी है कि चीन के 2 टॉप कमांडरों की भी मौत हो चुकी है।

भारत के खिलाफ चीन अपनी शैतानियों से बाज नहीं आ रहा है। हालांकि अब उसे यह भारी पड़ता दिखाई दे रहा है। दरअसल, एलएसी यानी कि भारत-चीन की सीमा रेखा पर तैनात चीनी सैनिक विभिन्न प्रकार की बीमारियों से जूझ रहे हैं। पिछले 17 महीनों से चीन भारतीय सीमा पर 50,000 से ज्यादा सैनिकों को तैनात कर रखा है। दोनों देशों के बीच लगातार तनाव की स्थिति है। लेकिन सैनिकों की बीमार पड़ने की वजह से चीन की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। खबर यह भी है कि चीन के 2 टॉप कमांडरों की भी मौत हो चुकी है।

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हो रही यह परेशानी

चीनी सैनिकों को लगातार विभिन्न गंभीर बीमारियों से जूझना पड़ रहा है। वह एलएसी पर तैनात होकर गंभीर बीमारियों का शिकार भी हो रहे हैं। भारतीय सीमा के सामने तिब्बत में तैनात चीनी कमांडर और सैनिक लगातार पेट, हृदय और फेफड़ों की गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि हजारों फीट ऊंची बुलंद चोटियों के बीच और बर्फीले रेगिस्तान पर चीनी सैनिकों का गुजारा नहीं हो पा रहा है।

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यह है वजह

खबरों के मुताबिक हिमालय के खंड चीनी सैनिक नहीं झेल पाते हैं। चीनी सैनिकों को विभिन्न प्रकार की बीमारियां हो रही है। लद्दाख के डंठ और सख्त मौसम की मार उन पर लगातार पड़ रही है। इसके साथ ही चीनी सैनिक सर्द मौसम में युद्ध लड़ने की क्षमता तक नहीं रख पाते। चीनी सैनिकों को इस वातावरण में रहने की आदत नहीं है। उन्हें लगातार ऑक्सीजन कम होने की वजह से सिर दर्द, मचली, नींद और भूख न लगना और कमजोरी जैसे लक्षण हो रहे हैं। इतना ही नहीं, मुश्किल जगहों पर तैनाती की वजह से उनके फेफड़ों में पानी भर रहा है। दिमाग में सूजन या फिर दिल दौरे जैसी जानलेवा बीमारियां हो रही है। 

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भारतीय सैनिकों में है दम

भारतीय सेना को इन इलाकों में रहने का अच्छा अनुभव है और वाह वातावरण के अनुरूप खुद को ढाल चुके हैं। भारतीय सेना सिर्फ लद्दाख में ही नहीं बल्कि कारगिल और सियाचिन जैसी ऊंची और बर्फीले इलाकों में भी चट्टान पर खड़ी रहती है। भारतीय सेना की हौसला और काबिलियत इसीलिए दमदार है। तैनाती के लिए भारतीय सेना को विभिन्न प्रकार की प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है। हालांकि तमाम प्रक्रियाओं को पास करने के बाद वहां सैनिकों की तैनाती होती है। 

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