यूरोपीय सांसदों ने पाकिस्तान का उड़ाया मजाक, कश्मीर मुद्दे पर भारत का किया समर्थन

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[email protected] । Sep 18 2019 5:20PM

हमें भारत के जम्मू कश्मीर में होने वाली आतंकवादी गतिविधियों पर गौर करने की जरूरत है। ये आतंकवादी चांद पर से नहीं आते। ये पड़ोसी देश से आते हैं। हमें भारत का समर्थन करना चाहिए। यूरोपीय संसद और इटली में ग्रुप ऑफ यूरोपियन पीपुल्स पार्टी (क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स) के सदस्य मार्तुससिएलो ने कहा कि पाकिस्तान ने परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने की धमकी दी जो यूरोपीय संघ के लिए चिंता का सबब है।

ब्रसेल्स। यूरोपीय सांसद रिस्जार्ड जारनेकी और फुल्वियो मार्तुससिएलो ने यूरोपीय संसद के पूर्ण सत्र की विशेष चर्चा के दौरान कश्मीर मुद्दे पर भारत का समर्थन करते हुए उसे बड़ा लोकतंत्र बताया और आतंकवादियों को पनाह देने के लिए पाकिस्तान की निंदा की। कश्मीर में स्थिति पर मंगलवार को एक चर्चा में यूरोपीय संसद और पोलैंड में यूरोपीय कंजर्वेटिव्स एंड रिफॉर्मिस्ट ग्रुप के सदस्य जारनेकी ने भारत को ‘‘दुनिया का बड़ा लोकतंत्र’’ बताया।

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जारनेकी ने कहा कि भारत दुनिया का महान लोकतंत्र है। हमें भारत के जम्मू कश्मीर में होने वाली आतंकवादी गतिविधियों पर गौर करने की जरूरत है। ये आतंकवादी चांद पर से नहीं आते। ये पड़ोसी देश से आते हैं। हमें भारत का समर्थन करना चाहिए। यूरोपीय संसद और इटली में ग्रुप ऑफ यूरोपियन पीपुल्स पार्टी (क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स) के सदस्य मार्तुससिएलो ने कहा कि पाकिस्तान ने परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने की धमकी दी जो यूरोपीय संघ के लिए चिंता का सबब है। उन्होंने पाकिस्तान पर मानवाधिकार उल्लंघनों का आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान ऐसी जगह है जहां आतंकवादी यूरोप में खूनी आतंकवादी हमले करने की योजना बना पाए।

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यूरोपीय आयोग की उपाध्यक्ष फेडेरिका मोघरिनी की तरफ से चर्चा की शुरुआत करते हुए यूरोपीय संघ की मंत्री त्यत्ती तप्पुरैनेन ने कहा कि कोई भी कश्मीर में और तनाव बढ़ने का जोखिम मोल नहीं ले सकता। यूरोपीय संघ की मंत्री ने भारत और पाकिस्तान से वार्ता के जरिए कश्मीर मुद्दा हल करने की मांग करते हुए नियंत्रण रेखा के दोनों तरफ की कश्मीरी आबादी के हितों के सम्मान में शांतिपूर्ण और राजनीतिक हल निकालने का आह्वान किया। उन्होंने भारत से घाटी में संचार के माध्यम बहाल करने की अपील की। भारत ने पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटा दिया था। कश्मीर पर भारत के कदम की प्रतिक्रिया में पाकिस्तान ने नयी दिल्ली के साथ कूटनीतिक संबंधों को कमतर कर दिया था।

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