म्यांमार की सैन्य सरकार ने पूर्वी हिस्से में हवाई हमले के साथ हिंसा की कार्रवाई तेज की
थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा कि जो ग्रामीण गत सप्ताहांत हवाई हमले की वजह से भाग कर आए थे, वे स्वयं लौटे हैं। उन्होंने थाईलैंड के सुरक्षाबलों द्वारा म्यांमारसे भाग कर आए लोगों को जबरन वापस भेजने से इनकार किया। इस बीच, पूर्वी क्षेत्र में स्थिति और खतरनाक होती जा रही है।
माए सैम लाएओ (थाईलैंड)। म्यांमार की सेना ने मंगलवार को देश के पूर्वी हिस्से में और हवाई हमले किए हैं। इससे पहले भी इसी तरह की कार्रवाई की वजह से कारेन जाति के हजारों लोगों को थाईलैंड भागना पड़ा था। थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा कि जो ग्रामीण गत सप्ताहांत हवाई हमले की वजह से भाग कर आए थे, वे स्वयं लौटे हैं। उन्होंने थाईलैंड के सुरक्षाबलों द्वारा म्यांमार से भाग कर आए लोगों को जबरन वापस भेजने से इनकार किया। इस बीच, पूर्वी क्षेत्र में स्थिति और खतरनाक होती जा रही है।
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कारेन जाति का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्य राजनीतिक निकाय कारेन नेशनल यूनियन (केएनयू) ने दावा किया कि म्यांमा की सेना ने संघर्ष विराम समझौते को तोड़कर हाल में हवाई हमला किया और उसे इसका जवाब देना होगा। यह हवाई हमला एक फरवरी को तख्ता पलट के बाद हो रहे हिंसक प्रदर्शन की पृष्ठभूमि में हुआ है। वहीं मंगलवार को अमेरिका ने अपने गैर जरूरी राजनयिकों और उनके परिवारों को म्यांमा को छोड़ने का आदेश दिया।
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केएनयू में विदेश विभाग के प्रमुख सॉ टॉ नी ने बताया कि मंगलवार को पूर्वी म्यांमा में हुए हवाई हमले में छह नागरिकों की मौत हो गई जबकि 11 अन्य घायल हुए हैं। इलाके में मुफ्त चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने वाले फ्री बर्मा रेंजर के सदस्य देव इयूबैंक ने भी हताहतों की संख्या की पुष्टि की है। उल्लेखनीय है कि केएनयू कारेन लोगों को अधिक स्वायत्ता देने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहा है। उसकी सैन्य इकाई ने बयान जारी कर कहा ‘‘जमीनी सेना सभी ओर से हमारे क्षेत्र की तरफ आगे बढ़ रही है।’’ संगठन ने जवाब देने का संकल्प लिया है।
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