बर्खास्त मंत्री सुएला ब्रेवरमैन ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के रवांडा विधेयक पर निशाना साधा

Rishi Sunak
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विधेयक को ‘हाउस ऑफ लॉर्ड्स’ की मंजूरी के लिए उच्च सदन भेजने से पहले इसमें संशोधन के लिए बहस और मतदान कराना है। यह सुनक के नेतृत्व वाली सरकार के लिए एक बड़ा सिरदर्द साबित होगा यदि उनकी अपनी ही कंजर्वेटिव पार्टी के 32 सांसद इसके खिलाफ मतदान करते हैं। इस तरह का परिणाम इतिहास रचेगा, क्योंकि 1977 के बाद से ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में तीसरी रीडिंग में कोई सरकारी विधेयक नामंजूर नहीं हुआ है। बेवरमैन ने कहा, मैंने जिन मंत्रियों से बात की है और उन्होंने जो आपत्तियां दर्ज कराई हैं, उसे लेकर मैं बहुत चिंतित हूं।

ब्रिटेन के गृह सचिव पद से पिछले साल बर्खास्त की गईं सुएला ब्रेवरमैन ने प्रधानमंत्री ऋषि सुनक पर निशाना साधते हुए कहा है कि अगले सप्ताह संसद में आने वाला ‘रवांडा सुरक्षा’ विधेयक उपयोगी साबित नहीं होगा। इस सप्ताह संसद के निचले सदन ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में दिये गये तीखे बयानों के बाद भारतीय मूल की पूर्व मंत्री ने शुक्रवार को जीबी न्यूज चैनल के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि वह मौजूदा स्वरूप में इस विधेयक का समर्थन नहीं करेंगी। पिछले माह निचले सदन में पहली बाधा पार करने के बाद संसदीय प्रक्रिया से गुजर रहे इस विवादित विधेयक के जरिये सुनक ने यह व्यवस्था करने का प्रयास किया है कि ब्रिटेन की धरती पर अवैध प्रवासियों को आने से रोका जा सके और शरण मांगने वाले यूगांडावासियों को प्रत्यर्पित करने के रास्ते की बाधा दूर की जा सके।

ब्रेवरमैन ने साक्षात्कार में कहा, “मैं केवल उस विधेयक का समर्थन करने जा रही हूं जो उपयोगी है। मौजूदा विधेयक उपयोगी नहीं हैं।’’ ब्रेवरमैन ने कहा, ‘‘और अगर इसमें कोई सुधार नहीं किया गया तो मुझे इसके ख़िलाफ़ मतदान करना होगा, मुझे (इस बात का) डर है। मुझे संसद में चीजों के पक्ष में समर्थन करने या विरोध करने के लिए भेजा गया है, न कि बाड़े पर बैठने के लिए।’’

विधेयक को ‘हाउस ऑफ लॉर्ड्स’ की मंजूरी के लिए उच्च सदन भेजने से पहले इसमें संशोधन के लिए बहस और मतदान कराना है। यह सुनक के नेतृत्व वाली सरकार के लिए एक बड़ा सिरदर्द साबित होगा यदि उनकी अपनी ही कंजर्वेटिव पार्टी के 32 सांसद इसके खिलाफ मतदान करते हैं। इस तरह का परिणाम इतिहास रचेगा, क्योंकि 1977 के बाद से ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में तीसरी रीडिंग में कोई सरकारी विधेयक नामंजूर नहीं हुआ है। बेवरमैन ने कहा, मैंने जिन मंत्रियों से बात की है और उन्होंने जो आपत्तियां दर्ज कराई हैं, उसे लेकर मैं बहुत चिंतित हूं।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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