ऐसे तो दुनिया के नक्शे से मिट जाएगा पाकिस्तान, शहबाज सरकार ने मानी IMF की कड़ी शर्त, दाने-दाने को तरसेगी जनता

पड़ोसी देश पाकिस्तान इतिहास के सबसे बुरे आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। जिसके कारण सरकार के पास देश चलाने के लिए पैसा नहीं बचा है। ऐसे में पूरी तरह से कंगाल हो चुका पाकिस्तान कल तक आईएमएफ की कर्ज देने वाली शर्तों को नकार रहा था। लेकिन अब मजबूरी में आईएमएफ की शर्तों को मानने को मंजूर कर लिया है। महंगाई ने पहले से ही कंगाल पाकिस्तान की कमर तोड़ रखी है। लेकिन अब पाकिस्तान पर टैक्स का और ज्यादा बोझ बढ़ने वाला है। ये संकट महंगाई के चाबुक के समान जनता पर पड़ेगा।
इसे भी पढ़ें: China-Pakistan Relations: पाकिस्तान के लिए शुरू हो सकता है नया सिर दर्द, आर्थिक तंगी और बदहाली के बीच चीन अपने दोस्त से क्यों है नाराज?
आईएमएफ से कर्ज लेने के लिए पास किया बिल
पाकिस्तान की असेंबली ने अतंरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी की आईएमएफ की ओर से मदद देने के लिए रखी गई कड़ी शर्तों को मानते हुए फाइनेंस सप्लिमेंट्री बिल 2023 पास कर लिया है। ऐसे में आने वाले समय में पाकिस्तान को देश चलाने के लिए थोड़े पैसे जरूर मिल जाएंगे। लेकिन टैक्स और महंगाई की मार और पड़ने से जनता का जीना दूभर हो जाएगा।
महंगाई बढ़कर 35 फीसदी तक पहुंच गई
आपको बता दें कि आईएमएफ ने पाकिस्तान की सरकार के सामने टैक्स रेवन्यू बढ़ाने की शर्त रखी थी। इस शर्त के पूरा होने पर पाकिस्तान की सरकार को आईएमएफ से 1.1 अरब डॉलर का कर्ज मिलने की उम्मीद बढ़ गई थी। पाकिस्तान में महंगाई बढ़कर 35 फीसदी तक पहुंच गई है।
इसे भी पढ़ें: Pakistan economic crisis: पाकिस्तान विदेशी मिशनों, कार्यालयों और कर्मचारियों की संख्या घटाने का लिया फैसला
दाने दाने को तरसेगी जनता
आईएमएफ ने भी बेलआउट पैकेज रिलीज करने के लिए पाकिस्तान के सामने ऐसी शर्त रखी थी जो उसके लिए पैसों की किल्लत के साथ दूसरी बड़ी समस्या बन गई। पाकिस्तान के सामने इन्हें मानने के अलावा और कोई दूसरा रास्ता भी नहीं बचा था। अब पाकिस्तान ने आईएमएफ की सबसे कड़ी शर्त भी मान ली है। जिससे लोगों को और बुरे दिन देखने पड़ सकते हैं।
अन्य न्यूज़