महिलाओं के अधिकार की बात पर तालिबान का जवाब, कहा- दुनिया हम पर दबाव न बनाए
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान द्वारा नियुक्त कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान के पूर्व अफगान सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, दुनिया ने उस सरकार का पूरा समर्थन किया लेकिन अब वह अफगानिस्तान की इस नई सरकार का समर्थन करन से कतरा रही है।
अपगानिस्तान में तालिबान का कब्जा हो गया है जिसके बाद से अब अफगानिस्तान में महिलाओं के अधिकारों की रक्षा एक चिंता का विषय बन गया है। इसी बीच अब महिलाओं के अधिकार के मामले में तालिबान ने एक बयान जारी कर कहा है कि, दुनिया को दबाव बनाकर मांग नहीं करनी चाहिए बल्कि सहयोग मांगना चाहिए।टोलो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, तालिबान द्वारा नियुक्त कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने अफगानिस्तान के पूर्व अफगान सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि, दुनिया ने उस सरकार का पूरा समर्थन किया लेकिन अब वह अफगानिस्तान की इस नई सरकार का समर्थन करन से कतरा रही है और वह सरकार 20 सालों मे कोई सुधार नहीं ला पाई है।
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तालिबान पर दबाव नहीं बनाना चाहिए!
विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने आगे कहा कि, दुनिया को हमपर दबाव बनाकर मांदग नहीं करना चाहिए बल्कि सहयोग के जरिए पूछना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि,अफगानिस्तान की पिछली सरकार के पास दुनिया का पूरा समर्थन था लेकिन इन 20 सालों में वह देश में कोई सुधार लाने में असमर्थ रही।मुत्ताकी ने कहा कि, अफगानिस्तान में नई सरकार को आए केवल 2 महीने ही हुए है और इन 2 महीनों में ही सभी सुधारों की मांग की जा रही है। अमेरिका पर निशआना साधते हुए मुत्ताकी ने आगे कहा कि, अमेरिका और अफगानिस्तान के बीच हुए दोहा समझौते से दोनों देशों के बीच किसी भी समस्या का समाधान हो सकता है। टोलो न्यूज ने मुत्ताकी के हवाले से बताया कि, कोरोना महामारी के कारण सभी प्रांत के स्कूलों को बंद कर दिया गया था लेकिन अब फिर से स्कूलों को खोला जाएगा। अफगानिस्तान की नई सरकार दुनियाभर का विश्वास जितने की पूरी कोशिश कर रहा है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि, काबुल हवाई अड्डे में जो भी हुआ है वो भुलाया नहीं जा सकता है और वह एक सबूत है जो हिंसक मानसिकता को दर्शाता है।
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