Prabhasakshi Newsroom। अमेरिकी स्कूल में गोलीबारी से 19 बच्चों समेत 21 की मौत, बाइडेन बोले- एक्शन लेना होगा
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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हम बंदूकों (की बिक्री) का समर्थन करने वालों के खिलाफ आखिर कब खड़े होंगे ? मैं उकता चुका हूं, मैं थक चुका हूं। हमें एक्शन लेना होगा। जो बाइडेन ने एशिया की पांच दिवसीय यात्रा से लौटने के कुछ ही देर बाद व्हाइट हाउस में यह बयान दिया।
अमेरिका में टेक्सास से दिल-दहलाने वाली खबर सामने आई। टेक्सास के एक प्राथमिक स्कूल में 18 वर्षीय एक बंदूकधारी ने अंधाधुंध गोलीबारी करके 18 बच्चों समेत 21 लोगों की हत्या कर दी। इस गोलीबारी में कई अन्य जख्मी भी हुए हैं। हालांकि पुलिस ने हमलावर को मार गिराया। स्कूल में गोलीबारी से पहले बंदूकधारी ने अपनी दादी को गोली मारी थी। जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है।
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सैन एंटोनियो से 134 किमी दूर टेक्सास के उवाल्डे शहर के रॉब एलीमेंट्री स्कूल में मंगलवार को गोलियों की आवाज सुनाई दीं। टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने बताया कि हमलावर की पहचान साल्वाडोर रामोस के रूप में हुई है, जो स्कूल के पास के एक इलाके का रहने वाला था। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बंदूकधारी ने हमला क्यों किया गया।
एक्शन लेना का आया समय
इस संबंध में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि हम बंदूकों (की बिक्री) का समर्थन करने वालों के खिलाफ आखिर कब खड़े होंगे ? मैं उकता चुका हूं, मैं थक चुका हूं। हमें एक्शन लेना होगा। जो बाइडेन ने एशिया की पांच दिवसीय यात्रा से लौटने के कुछ ही देर बाद व्हाइट हाउस में यह बयान दिया। राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि इस प्रकार की सामूहिक गोलीबारी की घटनाएं दुनिया में और कहीं कभी-कभार ही होती हैं, क्यों ?
वहीं, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि ऐसे समय में अकसर लोग कहते हैं कि हमें बहुत दु:ख हुआ, लेकिन हमारा दु:ख उन परिवारों की तुलना में कुछ नहीं है, जिन्होंने अपने प्रियजन खोए हैं। हमें कदम उठाने का साहस दिखाना होगा... ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि इस तरह की घटना फिर से नहीं हों।
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स्कूलों में कत्लेआम का है काला इतिहास
आपको बता दें कि अमेरिका में गोलीबारी की यह कोई पहली घटना नहीं है बल्कि एक के बाद एक बंदूक हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। अमेरिकी स्कूलों और कॉलेजों में हुए हमलों की अगर बात की जाए तो 100 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अप्रैल 1999 में कोलंबाइन हाई स्कूल, मार्च 2005 में रेड लेक हाई स्कूल, अप्रैल 2007 में वर्जीनिया टेक, दिसंबर 2012 में सैंडी हुक एलिमेंटरी स्कूल, अक्टूबर 2015 में अंपुआ कम्युनिटी कॉलेज, फरवरी 2018 में मार्जरी हाई स्कूल और मई 2018 में सेंटा फी हाई स्कूल में गोलीबारी हुई। 1999 से अब तक स्कूलों और कॉलेजों में हुई गोलीबारी का आंकड़ा हमने आप लोगों को बताया है। लेकिन इसके अलावा भी अमेरिका में आए दिन गोलीबारी होती रहती है।
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