ईरान के शीर्ष कमांडर की मौत से बढ़ा तनाव, क्या होगा तीसरा विश्व युद्ध?

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[email protected] । Jan 3 2020 6:00PM

ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने ईरान सरकार की वेबसाइट पर पोस्ट किए गए एक बयान में कहा कि इस बात में कोई शक नहीं है कि महान राष्ट्र ईरान और क्षेत्र के अन्य आजाद देश अपराधी अमेरिका के इस जघन्य अपराध का बदला लेंगे।

पेरिस। इराक में अमेरिकी हवाई हमलों में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने पर शुक्रवार को दुनियाभर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं और वैश्विक नेताओं ने शांति बनाए रखने की अपील की है। एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने इस कार्रवाई की प्रशंसा की है वहीं दूसरी ओर इस बात की आशंका जतायी जा रही है कि इससे क्षेत्रीय तनाव पैदा हो सकता है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खमेनी ने सुलेमानी को शहीद करार देते हुए ट्विटर पर कहा,   यह शहादत उन्हें इन तमाम वर्षों के दौरान किये गए उनके अथक प्रयासों के ईनाम के तौर पर मिली है।  उन्होंने तीन दिन के शोक की भी घोषणा की।

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ट्रंप के करीबी और सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने इसे अमेरिकियों के कत्ल का अंजाम करार दिया। उन्होंने लिखा, वाह- अमेरिकियों को मारने और घायल करने की बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। रूस की समाचार एजेंसीरिया नोवोस्ती और तास ने विदेशमंत्री के हवाले से कहा कि सुलेमानी की हत्या एक दुस्साहिक कदम है ,लेकिन इससे पूरे क्षेत्र में तनाव बढ़ेगा। रूसी विदेश मंत्री के हवाले से कहा गया,  सुलेमानी को वफादारी से ईरान के राष्ट्रीय हितों की रक्षा करने की कीमत चुकानी पड़ी। हम ईरानी लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। 

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अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नेन्सी पेलोसी ने बयान में कहा,  सुलेमानी की हत्या से हिंसा के खतरनाक स्तर तक बढ़ जाने का खतरा पैदा हो गया है।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ ही पूरी दुनिया तनाव को नहीं झेल सकती। अमेरिका के पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा  राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आग में घी डालने का काम किया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने संवाददाता सम्मेलन में कहा,  चीन हमेशा से अंतरराष्ट्रीय संबंधों में बलों के प्रयोग का विरोध करता रहा है। उन्होंने कहा,  हम संबंधित पक्षों, विशेष रूप से अमेरिका से आग्रह करते हैं कि तनाव से बचने के लिए शांति और संयम बरते। 

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गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य चीन ईरान का अहम साझेदार और उससे तेल खरीदने वाले प्रमुख देशों में से एक है। इराक के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अब्देल अब्देल मेहदी ने कहा कि अमेरिकी हमला एक  आक्रमण  है जिससे विनाशकारी युद्ध भड़क सकता है। इन हमलों में एक इराकी कमांडर की भी मौत हुई है। फ्रांस की यूरोपीय मामलों की मंत्री एमेली डि मोंटकैलिन ने फ्रेंच रेडियो से कहा,  सुबह उठते ही हमें बेहद खतरनाक खबर मिली। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों जल्द ही इस क्षेत्र के अहम देशों से बात करेंगे।

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वहीं सीरियाई सरकार ने अमेरिका पर मध्यपूर्व में संघर्ष भड़काने की कोशिश करने का आरोप लगाया। सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना ने विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से कहा,  सीरिया को आशंका है कि अमेरिका का यह कायरतापूर्ण आक्रमण...इन शहीद नेताओं के मार्ग पर चलने के इरादों को पुख्ता करेगा। वहीं इराक में ईरान के प्रभाव को रोकने के लिये कई महीनों से प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने बगदाद के मशहूर तहरीर चौक पर कासिम सुलेमानी की मौत का जश्न मनाया। इस बीच, लेबनान में ईरान समर्थित हिज्बुल्ला समूह ने सुलेमानी की मौत का बदला लेने की बात कही है।

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