1955 के बाद पहली बार जापान में हुआ ऐसा क्या? PM इशिबा पर इस्तीफे का बढ़ा दबाव

Ishiba
@shigeruishib
अभिनय आकाश । Jul 21 2025 1:04PM

जापान की संसद ‘डायट’ के उच्च सदन ‘हाउस ऑफ काउंसलर्स’ की 248 सीट में से 124 के लिए रविवार को मतदान हुआ। इशिबा की ‘लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी’ (एलडीपी) और उसके गठबंधन सहयोगी कोमेइतो को बहुमत बनाए रखने के लिए उसके पास पहले से मौजूद 75 सीट के अलावा 50 सीट और जीतनी थीं लेकिन गठबंधन 47 सीट ही जीत सका। यह आंकड़ा बहुमत से तीन सीट और उसकी पहले की सीट से 19 सीट कम हैं।

जापानी प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के सत्तारूढ़ गठबंधन को महत्वपूर्ण संसदीय चुनावों में करारा झटका लगा है। 248 सीटों वाले उच्च सदन में उसे बहुमत नहीं मिल पाया। इस नतीजे ने जापान में राजनीतिक अस्थिरता को और बढ़ा दिया है। 1955 में लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) की स्थापना के बाद यह पहली बार है जब पार्टी ने संसद के दोनों सदनों में बहुमत खो दिया है। इशिबा की एलडीपी और उसके कनिष्ठ गठबंधन सहयोगी, बौद्ध समर्थित कोमेइतो पार्टी को साधारण बहुमत के लिए 125 सीटों की सीमा तक पहुँचने के लिए कम से कम 50 सीटें जीतनी ज़रूरी थीं। हालाँकि, केवल दो सीटों पर अभी भी फैसला नहीं हुआ था, इसलिए गठबंधन को केवल 46 सीटें ही मिलीं, जो आवश्यक संख्या से बहुत कम थीं। निराशाजनक परिणाम के बावजूद, इशिबा, जिन पर अपनी पार्टी और जनता, दोनों का दबाव बढ़ रहा था, ने अमेरिकी टैरिफ़ के खतरों और आर्थिक चिंताओं सहित महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करने की आवश्यकता का हवाला देते हुए, नेता पद पर बने रहने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया।

इसे भी पढ़ें: अमेरिका-दक्षिण कोरिया-जापान के सैन्य अभ्यास पर North Korea का कड़ा रुख, तीनों देशों को दी चेतावनी

जापान की संसद ‘डायट’ के उच्च सदन ‘हाउस ऑफ काउंसलर्स’ की 248 सीट में से 124 के लिए रविवार को मतदान हुआ। इशिबा की ‘लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी’ (एलडीपी) और उसके गठबंधन सहयोगी कोमेइतो को बहुमत बनाए रखने के लिए उसके पास पहले से मौजूद 75 सीट के अलावा 50 सीट और जीतनी थीं लेकिन गठबंधन 47 सीट ही जीत सका। यह आंकड़ा बहुमत से तीन सीट और उसकी पहले की सीट से 19 सीट कम हैं। यह हार इशिबा के नेतृत्व वाले गठबंधन के लिए एक और झटका है। गठबंधन अक्टूबर में हुए निचले सदन के चुनाव में हार के बाद दोनों सदनों में अल्पमत में आ गया है तथा इससे जापान की राजनीतिक अस्थिरता और बढ़ गई है।

इसे भी पढ़ें: North Korea के खिलाफ गठबंधन न बनाएं, Russia ने अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान को चेताया

पार्टी की 1955 में स्थापना के बाद से यह पहली बार है जब एलडीपी ने संसद के दोनों सदनों में बहुमत खो दिया है। इशिबा ने कहा कि वह नतीजों को गंभीरता से लेते हैं, लेकिन उनकी प्राथमिकता राजनीतिक शून्यता पैदा होने से रोकना और अमेरिका के साथ शुल्क समझौते की एक अगस्त की समयसीमा सहित आगामी चुनौतियों से निपटना है। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि वह अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात कर पारस्परिक रूप से लाभकारी समझौते पर पहुंचेंगे।

All the updates here:

अन्य न्यूज़