राजनीति में आजमाया हाथ, गन कल्चर से प्यार, चुनाव में हार पर वोटरों को बताया गद्दार, जानिए कौन थे सिद्धू मूसेवाला?
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सिद्धू मूसेवाला को मनसा विधानसभा सीट से टिकट दिया था। हालांकि इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की लहर के चलते सिद्धू मूसेवाला को आप के उम्मीदवार विजय सिंगला के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था।
पंजाब के चर्चित सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मूसेवाला को गंभीर स्थिति में अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित किया गया। पंजाब के पॉपुलर सिंग सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी कनाडा बेस्ड एक गैंग ने ली है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गोल्डी बरार गैंग के पंजाब माड्यूल ने इस हत्या को अंजाम दिया है। गोल्डी बरार कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से जुड़ा हुआ है और उसके साथ काम करता है। बताया जाता है कि मूसेवाला ने बिश्ननोई गैंग के विरोधी गैंग को सपोर्ट दिया था। लॉरेंस स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ऑफ पंजाब यूनिवर्सिटी नाम का एक संगठन चलाता है। लेकिन पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में लॉरेंस बिश्नोई आतंक का एक नाम है।
शुरुआती जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि
शुभदीप सिंह सिद्धू, सिद्धू मूसेवाला के नाम से लोकप्रिय, मनसा के मूसा गांव के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे। 28 वर्षीय मूसेवाला एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर भी थे, जिन्होंने 2016 में लुधियाना के गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज से स्नातक की डिग्री हासिल की थी। जिसके बाद वो कनाडा चले गए जहां उनका पहला गाना 2017 के शुरुआती साल में जारी किया गया था। मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी और किसान हैं, जबकि मां चरण कौर मूसा गांव की सरपंच हैं। उन्होंने दिसंबर 2018 में 600 मतों के अंतर से चुनाव जीता था।
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लोकप्रिय गाने और फिल्में
मूसेवाला ग्रेजुएशन के बाद कनाडा चले गए और अपना पहला गाना 'जी वैगन' रिलीज किया। हालाँकि, उन्होंने 2018 में अपने ट्रैक 'सो हाई' से लोकप्रियता हासिल की। उनका पहला एल्बम PBX1 बिलबोर्ड कनाडाई एल्बम चार्ट पर 66 वें स्थान पर था। उनके सिंगल '47' को यूके सिंगल चार्ट में स्थान दिया गया था। सिद्धू मूसेवाला का गाना' बंबीहा बोले' उनके ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज हुआ था। इस गाने को 17 करोड़ 46 लाख से अधिक व्यूज मिल चुके हैं। 2021 में, उन्होंने मूसटेप ट्रैक जारी किया, जिसने भी वैश्विक लोकप्रियता हासिल की। उन्होंने भारत और विदेशों में कई देशों में लाइव शो किए। मूसेवाला ने आधिकारिक तौर पर अपना रिकॉर्ड लेबल, 5911 रिकॉर्ड लॉन्च किया। उनके अधिकांश गीतों ने जाट सिख समुदाय को ध्यान में खकर ही बनाया। मूसेवाला कुछ पंजाबी फिल्मों में भी दिखाई दिए, जिनमें 'यस, आई एम स्टूडेंट', 'तेरी मेरी जोड़ी', 'गुनाह' शामिल हैं। उन्होंने फिल्म 'मूसा जट्ट' में मुख्य भूमिका निभाई, जो अक्टूबर 2021 में रिलीज़ हुई थी, लेकिन व्यावसायिक रूप से बहुत अच्छा नहीं किया। उनकी फिल्म 'जट्टं दा मुंडन गौन लगा' मार्च 2022 में रिलीज हुई थी।
कब-कब विवादों में रहे
मूसेवाला अक्सर अपने गानों के जरिए गन कल्चर को बढ़ावा देने के लिए विवादों में घिरे रहते थे। मई 2020 में मूसेवाला की दो वीडियो वायरल हुए। जहां एक में पांच पुलिसकर्मी थे और एके-47 के साथ मूसेवाला को प्रशिक्षण देते हुए दिखाया गया था, वहीं दूसरे में उन्हें एक निजी पिस्तौल चलाते हुए देखा गया था। इसके बाद 19 मई को छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। बरनाला पुलिस ने गायक पर आर्म्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया था क्योंकि घटना बरनाला में हुई थी। जुलाई 2020 में, उन्हें नियमित जमानत मिली और बाद में जांच में शामिल हुए। मूसेवाला ने बाद में जुलाई 2020 में एक गीत 'संजू' जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी सम्मान के बैज थे। दिसंबर 2020 में, वह एक बार फिर अपने गीत 'पंजाब' को लेकर विवादों में रहे, जिसमें उन्होंने खालिस्तान अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले का महिमामंडन किया था। मार्च 2020 की पहली कोविड लहर के दौरानउन्होंने एक गीत “ग्वाचेया गुरबख्श” जारी किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि कैसे गुरबख्श सिंह, जो इटली से आया और पंजाब में पहली बार कोविड-19 से मौत हई, एक “सुपर स्प्रेडर” बन गया। उनके गाने को पंजाब पुलिस ने भी प्रमोट किया था। एक कोविड पीड़ित को ताना मारने के लिए उनकी आलोचना की गई थी। मूसेवाला का गायक करण औजला के साथ भी झगड़ा हुआ था। सितंबर 2019 में, वह “माई भागो” (प्रसिद्ध सिख महिला जो मुगलों के खिलाफ लड़ाई में 40 सिख सैनिकों का नेतृत्व किया) अपने गीत में। बाद में उन्होंने खुद सोशल मीडिया पर माफी मांगी और मार्च 2020 में अकाल तख्त के सामने भी पेश हुए।
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चुनाव में हार और मतदाताओं को बताया गद्दार
पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी ने सिद्धू मूसेवाला को मनसा विधानसभा सीट से टिकट दिया था। हालांकि इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की लहर के चलते सिद्धू मूसेवाला को आप के उम्मीदवार विजय सिंगला के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था। सिद्धू मूसेवाला नाम से चर्चित सिद्धू को आम आदमी पार्टी (आप) के डॉ. विजय सिंगला ने 63,323 वोटों के अंतर से हराया था। मनसा से हालिया विधानसभा चुनाव हारने के बाद, उन्होंने 'बलि का बकरा' गाना जारी किया, जिसमें उन्होंने मतदाताओं को देशद्रोही बताया। इसके बाद आप ने पलटवार करते हुए उन पर मतदाताओं का अपमान करने का आरोप लगाया।
उठूगा जवानी च जनाजा मिठिए
हत्या से पहले उन्होंने जो आखिरी गीत गाया था, वह भी मौत पर ही था। यह गाना उन्होंने ही लिखा भी था, जिसके बोल थे कि 'उनकी मौत जवानी में ही हो जाएगी'। 'द लास्ट राइड' शीर्षक से लिखे गीत में सिद्धू मूसेवाला ने लिखा था कि उनकी मौत कम उम्र में होगी। उस गीत के बोल थे, 'चोब्बर दे चेहरे उत्ते नूर दसदा नी, एहदा उठूगा जवानी च जनाजा मिठिए।' सिद्धू मूसेवाला की क्रूर हत्या के बाद से यह गीत काफी वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर सिद्धू मूसेवाला को श्रद्धांजलि देते हुए लोग इस गीत को शेयर कर रहे हैं। उनके प्रशंसकों का एक वर्ग यह भी कह रहा है कि क्या सिद्धू मूसेवाला को पहले ही अपनी मौत का अंदाजा हो चुका था।
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किसान आंदोलन के दौरान भूमिका
सिद्धू मूसेवाला 25 सितंबर, 2020 को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन में आने वाले पहले पंजाबी गायक थे। जब किसानों द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया था, उस समय आंदोलन का सबसे बड़ा असर पंजाब में ही दिख रहा था। उन्होंने मनसा में बंद में भी हिस्सा लिया था. वह विरोध के समर्थन में अडिग थे, जिसे बाद में कई पंजाबी गायकों ने समर्थन दिया। पहली लहर लॉकडाउन के दौरान, उन्होंने लोगों से घर के अंदर रहने की अपील की थी। उनकी तस्वीर वाले बैनर और लोगों से 'सेल्फ-लॉकडाउन' का पालन करने की अपील पूरे पंजाब में देखी गई।
-अभिनय आकाश
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