गोदावरी नदी में नाव पलटने से 12 लोगों की मौत, 25 लापता

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[email protected] । Sep 16 2019 8:24AM

शुरुआती रिपोर्ट में पुलिस ने 12 लोगों के शव मिलने की बात कही थी हालांकि एसडीएमए ने बाद में मरने वालों की संख्या आठ बतायी।

अमरावती। आंध्रप्रदेश में रविवार को करीब 60 लोगों को लेकर जा रही एक निजी नौका उफनती गोदावरी नदी में डूब गयी, जिससे 12 लोगों की मौत हो गयी और 25 अन्य लापता हो गये। राज्य सरकार ने यह जानकारी दी। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) ने देर रात जारी एक विज्ञप्ति में कहा कि त्रासदी में कम से कम 27 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। ‘रॉयल वशिष्ठ’ नामक नौका पर्यटन स्थल पापीकोंडला की ओर जा रही थी। नदी के मध्य में पहुंचने पर नौका दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। ऐसा प्रतीत होता है कि नौका किसी बड़ी चट्टान से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। घटना यहां से करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर पूर्वी गोदावरी जिले में कछुलूर में हुई।

शुरुआती रिपोर्ट में पुलिस ने 12 लोगों के शव मिलने की बात कही थी हालांकि एसडीएमए ने बाद में मरने वालों की संख्या आठ बतायी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, आंध्रप्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी एवं अन्य ने घटना पर शोक जताया है। नौसेना से गोताखोरों की एक टीम कछुलूर में दुर्घटनास्थल पहुंची और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल एवं राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के कर्मियों के साथ लापता यात्रियों की तलाश में जुटी।

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नदी पिछले कुछ दिनों से उफान पर है और जिस वक्त यह हादसा हुआ उस वक्त नदी में 5.13 लाख क्यूसेक से अधिक पानी का प्रवाह था। अधिकतर पर्यटक हैदराबाद और पड़ोसी तेलंगाना के वारंगल से थे। राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने अपने राज्य से मृतकों के परिवार के लिये पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की है और राहत कार्यों तथा घायलों की मदद में समन्वय के लिये मंत्रियों को नियुक्त किया है। तेलंगाना से मरने वाले लोगों की संख्या की अभी पुष्टि नहीं हुई हालांकि घटना में वारंगल जिले और हैदराबाद से कम से कम 14 लोग लापता है। राज्य की राजधानी में अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

नौका के पास लाइसेंस है हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि उसने क्या नौका चलाने के लिये आवश्यक अनुमति ली थी क्योंकि बाढ़ की वजह से नदी में नौका संचालन पर रोक लगा दी गयी थी। प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया कि आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी में नौका डूबने से बेहद दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं। उन्होंने कहा कि हादसे वाले स्थल पर बचाव अभियान जारी है। शाह ने ट्वीट किया कि आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले में नौका पलटने से जनहानि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। मुझे इसका बेहद दुख है।

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हादसे में मरने वालों के परिजन के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि आंध्रप्रदेश की गोदावरी नदी की नौका दुर्घटना के बारे में जानकर दुख हुआ। इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं (ईश्वर से) प्रार्थना करता हूं कि जो लोग लापता बताए जा रहे हैं, उनका जल्द पता चल जाए और वे सुरक्षित हों। विपक्ष के नेता एन चंद्रबाबू नायडू ने भी घटना को लेकर दुख जताया है। मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने इस हादसे पर शोक जताया है और मरने वालों के आश्रितों के लिये 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।

एसडीएमए की विज्ञप्ति के अनुसार नौका में ‘‘करीब 60 लोग सवार थे’’ जो गोदावरी नदी में दिन में करीब पौने दो बजे डूब गयी। घटनास्थल के पास रामपचोदावरम में एकीकृत जनजातीय विकास एजेंसी के सहायक परियोजना अधिकारी की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए विज्ञप्ति में कहा गया कि 60 यात्रियों में से 27 को बचा लिया गया है और 25 अब भी लापता हैं। एसडीएमए ने बताया कि बचाव अभियान में ओएनजीसी के एक हेलीकॉप्टर को सेवा में लगाया गया है जबकि साइड-स्कैन सोनार उपकरण से लैस उत्तराखंड से विशेष गोताखोरों की टीम सोमवार को घटनास्थल पहुंचेगी।

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अधिकारियों ने बताया कि बचाये 27 में से 16 का रामपचोदावरम के अस्पताल में अस्पताल में प्राथमिक उपचार किया गया और फिर उन्हें आगे के उपचार तथा काउंसलिंग के लिये राजामहेंद्रवरम में सरकारी अस्पताल भेज दिया गया। शवों को राजामहेंद्रवरम में पोस्टमॉर्टम के लिये भेजा गया है। कुछ साल पहले इसी जगह पर ऐसी ही दुर्घटना हुई थी जिसमें कई लोग मारे गये थे। रविवार को हुए हादसे में मरने वालों में नौका के दो चालक एस नुकाराजू और कामराजू भी शामिल हैं। विपरीत दिशा से आ रही एक अन्य नौका ने रॉय वशिष्ठ के कई लोगों की जान बचायी क्योंकि घटना के वक्त वे नदी में कूद गये थे और दूसरी नौका पर चढ़ गये थे जिससे उनकी जान बच गयी। उस क्षेत्र में पड़ने वाले टुटुगुंटा के ग्रामीणों ने भी बचाव अभियान में हिस्सा लिया और वारंगल से पांच पर्यटकों की जान बचायी।

हादसे में जीवित बचे एक व्यक्ति ने टीवी चैनलों को बताया कि नौका पर 80 लोग सवार थे जिसमें उसके परिवार के भी तीन लोग थे। वह व्यक्ति हैदराबाद में उप्पल इलाके का रहने वाला है। उसने बताया कि मैं बच गया लेकिन मेरी पत्नी, मेरे एक रिश्तेदार और उसकी पत्नी तथा बेटे की कोई सूचना नहीं है। पुलिस सूत्रों के अनुसार लापता लोगों में विशाखापत्तनम में एक ही परिवार के चार लोग भी शामिल हैं। जगन रेड्डी ने पूर्वी गोदावरी के जिला अधिकारी मुरलीधर रेड्डी को यह जांच करने का निर्देश दिया है कि क्या नौका को यात्रियों को लाने-ले जाने की अनुमति थी। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार उन्होंने तत्काल सभी नौकाओं का संचालन बंद करने का निर्देश दिया है। इसके अनुसार मुख्यमंत्री ने इस घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने अधिकारियों से नौका संचालन पर विशेषज्ञों की मदद से रिपोर्ट तैयार करने तथा स्पष्ट दिशानिर्देश बनाने का निर्देश दिया है।

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