त्रिपुरा में 'भारत जोड़ो यात्रा' पर हुए हमले में 2 घायल

Bharat Jodo Yatra
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ANI

पुलिस ने बताया कि कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता अपराह्न लगभग साढ़े तीन बजे दक्षिण त्रिपुरा जिले के संतिर बाजार की ओर मार्च कर रहे थे, जब उन पर पथराव किया गया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि हमले के पीछे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थक हैं।

त्रिपुरा में शुक्रवार को दो स्थानों पर कांग्रेस की राज्य स्तरीय ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर हुए हमले में तीन पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि कांग्रेस के सैकड़ों कार्यकर्ता अपराह्न लगभग साढ़े तीन बजे दक्षिण त्रिपुरा जिले के संतिर बाजार की ओर मार्च कर रहे थे, जब उन पर पथराव किया गया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि हमले के पीछे सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थक हैं।

संतिर बाजार थाना प्रभारी अनुपम दास ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘युवकों के एक समूह ने अचानक रैली पर पथराव कर दिया, जिसमें तीन पुलिस कांस्टेबल सहित कई लोग घायल हो गए। इससे युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो गई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति नियंत्रण से बाहर होने पर, पुलिस ने युवकों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया। हो सकता है कि इस दौरान कुछ लोग घायल हो गए हों।’’ उन्होंने कहा कि हमले में कांग्रेस के छह-सात समर्थक घायल हो गए, लेकिन यह संख्या बढ़ने की आशंका है।

बाद में आक्रोशित भाजपा समर्थकों ने अपने समर्थकों पर लाठीचार्ज को लेकर थाने के बाहर प्रदर्शन किया। कांग्रेस नेता आशीष साहा ने दावा किया कि हमले में पार्टी के 15 कार्यकर्ता घायल हुए हैं। पश्चिम त्रिपुरा के पुलिस अधीक्षक (एसपी), शंकरदास ने कहा कि कार्यक्रम के दूसरे चरण में पश्चिम त्रिपुरा जिले के अमाताली में हमला किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘घटना के संबंध में अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है, लेकिन पुलिस घटना की स्वत: जांच शुरू कर देगी। स्थिति अब नियंत्रण में है।’’

राष्ट्रीय स्तर की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में पार्टी की विभिन्न राज्य इकाइयां इसी तरह के मार्च का आयोजन कर रही हैं। कांग्रेस की त्रिपुरा इकाई ने सभी उप-मंडलों में ऐसी यात्राएं आयोजित की हैं। मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस को पूरी छूट दी गई है। उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। जो लोग हिंसा में लिप्त हैं उन्हें पता होना चाहिए कि हिंसा से कुछ नहीं होता है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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