जेटली के निधन से राजनीतिक जगत में शोक की लहर, भारी मन से नेताओं ने दी श्रद्धांजलि

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[email protected] । Aug 24 2019 9:19PM

केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह, हर्षवर्धन, जितेंद्र सिंह और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित विभिन्न नेताओं ने जेटली को अंतिम विदाई दी ।योगी आदित्यनाथ और अरविंद केजरीवाल समेत विभिन्न मुख्यमंत्रियों ने भी उनके आवास पर जा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

नयी दिल्ली। पूर्व वित्त मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन की खबर से राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई और सभी दलों के नेताओं ने उन्हें भारी मन से श्रद्धांजलि देते हुए असाधारण सांसद, प्रशासक और अच्छा इंसान बताया। जेटली का निधन दोपहर 12 बजकर सात मिनट पर एम्स में हो गया। उनका कुछ सप्ताह से एम्स में इलाज चल रहा था। वह नौ अगस्त को एम्स में भर्ती हुए थे। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का पार्थिव शरीर राष्ट्रीय राजधानी के कैलाश कालोनी स्थित उनके आवास पर ले जाया गया जहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एवं भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित विभिन्न नेताओं ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। जेटली (66) का आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया था। उनके परिवार में पत्नी एवं बच्चे हैं ।विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं एवं भाजपा कार्यकर्ताओं तथा उनके प्रशंसकों ने जेटली को अंतिम विदाई दी। जेटली का पार्थिव शरीर कांच के ताबूत में रखा गया था। नेताओं ने इस दौरान अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह, हर्षवर्धन, जितेंद्र सिंह और भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित विभिन्न नेताओं ने जेटली को अंतिम विदाई दी ।योगी आदित्यनाथ और अरविंद केजरीवाल समेत विभिन्न मुख्यमंत्रियों ने भी उनके आवास पर जा कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

केजरीवाल ने कहा, ‘‘जेटली देश के बेहतरीन राजनेताओं में से एक थे। वह एक महान व्यक्ति और प्रखर वक्ता थे । मेरे साथ उनके अच्छे संबंध थे और इस नुकसान की भारपाई किसी तरह से नहीं होगी। दिल्ली को उनकी कमी खलेगी।’’पूर्व वित्त मंत्री को श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर, राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ और प्रवेश साहिब सिंह वर्मा शामिल हैं ।शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर बादल, उनकी पत्नी एवं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर भी दिवंगत पूर्व केंद्रीय के आवास पर मौजूद थे ।दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की गोद ली गयी पुत्री नमिता कौल ने भी जेटली के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र चढ़ाया। भाजपा नेता विजय गोयल ने कहा, ‘‘हम दोनों ने श्रीराम कालेज आफ कामर्स में एक साथ छात्र संघ का चुनाव लड़ा। वह अध्यक्ष बने और मैं सचिव बना। तब से उनके साथ मेरे संबंध बहुत बेहतर रहे हैं। पश्चिम दिल्ली के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने कहा, ‘‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि हमने उन्हें खो दिया है। यह देश के लिए और मेरे लिए एक बड़ी क्षति है।’’उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री एवं उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य अरूण जेटली के निधन पर शनिवार को गहरा दुःख व्यक्त किया।राजभवन के एक प्रवक्ता के मुताबिक राज्यपाल ने अपने शोक संदेश में कहा कि अरूण जेटली एक कुशल अधिवक्ता एवं नेता थे। उन्होंने अनेक भूमिकाओं में देश की सेवा की।

विधि एवं संसदीय परम्परा के उत्कृष्ट ज्ञान एवं अपनी विद्वता के कारण उन्होंने विशिष्ट पहचान बनाई ।योगी ने यहां जारी एक शोक सन्देश में कहा कि अरुण जेटली एक वरिष्ठ एवं अनुभवी राजनेता थे। वह एक उत्कृष्ट वक्ता एवं संसदीय कार्य प्रणाली के जानकार थे। वह अपनी बात को तथ्यों के साथ तार्किक रूप से प्रस्तुत करते थे । बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने शोक संदेश में कहा कि जेटली के निधन की खबर अत्यंत दुःखद है।उन्होंने कहा, ‘‘वह बीमार थे और उनका हालचाल लेने हाल ही में मैं एम्स गयी थी। वह एक नामी वकील और अच्छे इंसान थे। देश की राजनीति में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट किया,  अरुण जेटली जी एक कुशल वक़्ता, सफल अधिवक्ता और सौम्य राजनीतिज्ञ के रूप में सदैव स्मरणीय रहेंगे। विनम्र श्रद्धांजलि। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने वरिष्ठ भाजपा नेता के निधन पर गहरा शोक जताया। मौर्य ने पूर्व केंद्रीय मंत्री को प्रभावशाली प्रशासक, सर्वश्रेष्ठ वक्ता और प्रख्यात कानूनविद बताया। वहीं, रावत ने जेटली को अर्थव्यवस्था, कॉरपोरेट और कानूनी मामलों में उनकी विशेषज्ञता के लिए व्यापक तौर पर सम्मानित नेता बताया। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, ‘‘मैं पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण जेटली के असामयिक निधन की खबर सुनकर दुखी हूं।’’

उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि जेटली का निधन ‘‘देश के लिए बड़ी क्षति है।’’ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘‘अरुण जेटली जी के निधन से बेहद दुखी हूं। एक बेहतरीन सांसद एवं बेमिसाल वकील, सभी दल उनका सम्मान करते थे। भारतीय राजनीति में उनका योगदान याद किया जाएगा। उनकी पत्नी, बच्चों, दोस्तों और प्रशंसकों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।’’  पंजाब के मुंख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी जेटली के निधन पर शोक जताया। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से जेटली को हराने वाले अमरिंदर ने ट्वीट किया, ‘‘पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली जी के निधन की खबर सुनकर दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के प्रति है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।’’ खट्टर ने कहा कि पूर्व वित्त मंत्री के निधन से भारतीय राजनीति में ऐसा खालीपन पैदा हो गया है जिसे लंबे समय तक भरा नहीं जा सकता। केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने जेटली को ‘‘असाधारण सांसद और दूरदर्शी’’ बताया। चंडीगढ़ की सांसद किरण खेर ने ट्वीट किया, ‘‘बेहद दुखद। देश के लिए बड़ी क्षति। अरुण जेटली जी नहीं रहे। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं। ईश्वर आपकी आत्मा को शांति दें अरुणजी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक बेहतरीन वक्ता, सच्चे नेता, राजनीति में सज्जन। मैं उनके बिना संसद की कल्पना नहीं कर सकती। बहुत भारी क्षति।’’ जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी जेटली के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि समय-समय पर विभिन्न मुद्दों से निपटने में ‘‘विवेकपूर्ण सलाह’’ और ‘‘मानवीय रुख’’ के लिए वह पूर्व वित्त मंत्री का आभारी रहेंगे। उन्होंने 1974 में छात्र राजनीति के दिनों से जेटली के साथ अपने करीबी संबंध को याद किया। उन्होंने जेटली द्वारा देश को दिए व्यापक योगदान और बलिदान को याद किया खासतौर से आपातकाल के दौरान जेल की उनकी सजा को। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना और नेशनल पैंथर्स पार्टी (एनपीपी) ने भी जेटली के निधन पर शोक जताया और कहा कि उनके निधन से जम्मू कश्मीर में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। महाराष्ट्र में विभिन्न दलों ने जेटली के निधन पर शोक जताया। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. विद्यासागर राव ने जेटली के निधन पर शोक जताते हुए इसे ‘‘देश के लिए भारी क्षति’’ बताया।

राव ने जेटली को ‘‘उत्कृष्ट राजनेता, विधि विद्वान, मेधावी सांसद, अप्रतिम केंद्रीय मंत्री और शानदार वक्ता’’ बताया।  राकांपा के कद्दावर नेता शरद पवार ने पूर्व वित्त मंत्री को ‘‘दयालु नेता’’ बताया जबकि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि राजग को एकजुट रखने वाला ‘‘स्तंभ’’ ढह गया है। पवार ने जेटली को ‘‘चतुर सांसद और दयालु नेता’’ बताया। पूर्व कृषि मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘वरिष्ठ भाजपा नेता श्री अरुण जेटली के निधन से बहुत दुखी हूं। हमने एक चतुर सांसद, उत्सुक पाठक और दयालु नेता खो दिया।’’ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने जेटली के निधन को ‘‘स्तब्ध’’ करने वाला और ‘‘निजी क्षति’’ बताया। उन्होंने जेटली के निधन के मद्देनजर अपनी ‘महा जनादेश यात्रा’ रविवार को एक दिन के लिए निलंबित कर दी है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अपने महान नेता अरुण जेटली जी के निधन के बारे में जानकर स्तब्ध और बहुत दुखी हूं। यह अधिक दुखद है कि सुषमा स्वराज जी के बाद महज कुछ दिनों में हमने एक और बड़ा नेता खो दिया। उनके परिवार, मित्रों और करोड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। यह मेरे लिए निजी क्षति भी है।’’ शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने कहा कि जेटली का निधन देश के लिए ‘‘स्तब्ध करने वाला’’ है। उन्होंने कहा कि जेटली के निधन के साथ वह स्तंभ भी ढह गया जिसने सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को एकजुट कर रखा था।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शोक जताते हुए कहा, ‘‘देश ने अरूण जेटली के तौर पर एक राष्ट्रवादी और प्रगतिशील नेता खो दिया है।’’  इस बीच, आरएसएस ने जेटली को एक प्रतिभाशाली और विद्वान नेता के तौर पर याद किया जिन्होंने देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने प्रमुख मोहन भागवत और महासचिव भैयाजी जोशी के संयुक्त बयान को ट्वीट किया जिसमें पूर्व वित्त मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता को श्रद्धांजलि दी गई। बयान में कहा गया है, ‘‘प्रतिभाशाली और विद्वान नेता अब नहीं रहे। जेटली ने युवावस्था में अपना सामाजिक और राजनीतिक जीवन शुरू किया था। देश विभिन्न क्षेत्रों में विकास के रास्ते पर बढ़ रहा है जिसके लिए उनका योगदान भी आवश्यक और अहम था। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।’’ गुजरात में मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत विभिन्न नेताओं ने राज्य से तीन बार राज्यसभा सदस्य रहे जेटली के निधन पर शोक जताया। रुपाणी ने ट्विटर पर श्रद्धांजलि में कहा, ‘‘श्री अरुण जेटली जी के निधन से दुखी हूं। मैं दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना करता हूं। उनके परिवार के सदस्यों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।’’ उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, गुजरात के शिक्षा मंत्री भूपेंद्रसिंह चूडासमा, राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और राकांपा नेता शंकरसिंह वाघेला, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतू वघानी ने भी जेटली को याद किया और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनसुइया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके पूर्ववर्ती तथा भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने भाजपा के कद्दावर नेता के निधन पर शोक जताया। राज्यपाल ने कहा, ‘‘यह मेरे लिए निजी क्षति है। जब श्री जेटली राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे तब मैं राज्यसभा सदस्य थीं। जब भी मैं अपना भाषण देती वह हमेशा तारीफ करते और मुझे प्रेरित करते। मुझे विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर हमेशा उनका मार्गदर्शन मिला।’’

बघेल ने कहा, ‘‘श्री जेटली का निधन भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। एक असाधारण वकील जेटली ने अपने लंबे राजनीतिक करियर के दौरान विभिन्न पदों पर सफलतापूर्वक काम करते हुए देश की सेवा की। उनके सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अच्छे संबंध थे।’’ असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने जेटली के निधन पर शोक जताते हुए उन्हें एक दूरदर्शी नेता और असाधारण सांसद बताया।  उन्होंने कहा कि जेटली भारतीय अर्थव्यवस्था में कई अहम सुधारों के शिल्पकार थे और नोटबंदी तथा जीएसटी जैसी कई पहल वित्त मंत्री के तौर पर उनके कार्यकाल की प्रमाण चिह्न रहेंगी। कर्नाटक में विभिन्न दलों के नेताओं ने जेटली को भावभीनी श्रद्धांजलि दी है।  मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने भाजपा के वरिष्ठ नेता के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि जेटली के असामयिक निधन से उन्हें गहरा झटका लगा है। उन्होंने हाल के वर्षों में सर्वश्रेष्ठ वित्तीय और विकास विशेषज्ञ के तौर पर भारतीय राजनीति में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। पूर्व प्रधानमंत्री और जद (एस) नेता एच डी देवगौड़ा और कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्दरमैया ने जेटली को देश के ‘‘सबसे बड़े नेताओं’’ में से एक बताया। केरल के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अन्य नेताओं ने जेटली के निधन पर दुख जताया और उनके योगदानों की प्रशंसा की। राज्यपाल पी सदाशिवम ने कहा कि जेटली सक्षम प्रशासक, विधि विद्वान और स्पष्ट दूरदर्शिता के साथ सम्मानित सांसद थे। मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने कहा कि जेटली एक ऐसे नेता थे जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की और प्रशासन में अपनी छाप छोड़ी।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने एक संदेश में देश के लिए जेटली की सेवा को याद किया और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी, टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी राम राव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. लक्ष्मण ने भी जेटली के निधन पर शोक जताया। आंध्रप्रदेश के राज्यपाल बिस्व भूषण हरिचंदन और मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने जेटली के निधन पर शोक जताया। राज्यपाल ने एक संदेश में कहा, ‘‘अरुण जेटली का निधन देश के लिए भारी क्षति है। वह एक विद्वान और प्रशासनिक नेता थे जिन्होंने केंद्र में कई महत्वपूर्ण मंत्रालय संभाले।’’ मुख्यमंत्री ने एक अलग संदेश में कहा कि जेटली स्पष्टवादी, विद्वान और मिलनसार नेता थे। तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित, मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी और द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने जेटली के निधन पर शोक जताया और उन्हें श्रद्धांजलि दीं। पुरोहित ने कहा कि जेटली एक उत्कृष्ट सांसद थे और देश के लिए उनका योगदान हमेशा याद रहेगा। मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने कहा कि उन्हें निधन की खबर जानकार बहुत दुख है और यह देश के लिए भी भारी क्षति है। द्रमुक अध्यक्ष ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘वह दिवंगत एम करुणानिधि का काफी सम्मान करते थे और 66 वर्ष की आयु में उनके निधन से भाजपा को अपूरणीय क्षति हुई है।’’  पुडुचेरी की उपराज्यपाल किरण बेदी और मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने जेटली के निधन पर दुख जताया।  बेदी ने कहा, ‘‘पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बाद इतनी जल्दी एक अन्य विद्वान का जाना वाकई में बहुत दुखद है।’’ नारायणसामी ने अपने संदेश में कहा कि अरुण जेटली एक अनुभवी नेता, प्रभावी सांसद और दयालु व्यक्ति थे।

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