एकता, अखंडता, राष्ट्रीय सुरक्षा पर समझौता नहीं: लोकसभा

[email protected] । Aug 12 2016 5:40PM

लोकसभा ने आज कश्मीर की स्थिति पर एक प्रस्ताव पारित किया और वहां लंबे समय से जारी कर्फ्यू, हिंसा तथा लोगों के मारे जाने पर गंभीर चिंता प्रकट की।

लोकसभा ने आज कश्मीर की स्थिति पर एक प्रस्ताव पारित किया और वहां लंबे समय से जारी कर्फ्यू, हिंसा तथा लोगों के मारे जाने पर गंभीर चिंता प्रकट करते हुए यह दृढ़ विचार व्यक्त किया कि भारत की एकता, अखंडता और राष्ट्रीय सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं हो सकता। निचले सदन ने इस आशय का एक संकल्प सर्वसम्मति से पारित किया। लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदन में इस संकल्प को पढ़ा।

इसमें कहा गया है.. 'यह सदन कश्मीर घाटी में लंबी अशांति, हिंसा एवं कर्फ्यू पर गहरी चिंता व्यक्त करता है। सदन बिगड़ती स्थिति के कारण लोगों की जान जाने और गंभीर रूप से घायल होने पर गहरा क्षोभ एवं चिंता जताता है।’’ संकल्प के अनुसार, 'सदन का यह दृढ़ एवं सुविचारित मत है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं किया जा सकता तथा लोगों की कठिनाइयों को दूर करने के मकसद से शांति एवं व्यवस्था कायम करने के लिए फौरन कदम उठाये जाने की जरूरत है। सदन जम्मू कश्मीर में समाज के सभी वर्गों से सामान्य स्थिति एवं सौहार्द बहाल करने के लिए गंभीर अपील करता है।’’

प्रस्ताव में कहा गया, 'सदन आम लोगों विशेषकर युवाओं में विश्वास बहाली के बारे में सर्वसम्मति से संकल्प करता है।’’ इससे पहले, सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कश्मीर का मामला दिन पर दिन जटिल होता जा रहा है। हालात बिगड़ रहे हैं। हम अपील करते हैं कि सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव सदन में पारित किया जाना चाहिए ताकि जनता को मालूम हो कि कश्मीर के मसले पर पूरा सदन एकमत है।

इस पर गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि जम्मू कश्मीर के विषय पर राज्यसभा में एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया है। वह इस सदन में भी ऐसा ही प्रस्ताव पारित करने पर सहमत हैं। इस दौरान तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि एक सप्ताह में यह दूसरी बार है कि जब सर्वसम्मति से कोई कामकाज हुआ है।

We're now on WhatsApp. Click to join.

Tags

    All the updates here:

    अन्य न्यूज़