जानिए कौन है AIMIM के एकमात्र हिन्दू उम्मीदवार ? 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी ओवैसी की पार्टी

Asaduddin Owaisi
प्रतिरूप फोटो

आपको बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने जिला गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा से पंडित मनमोहन झा को टिकट दिया है। माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के बागी पंडित मनमोहन झा उर्फ गामा को ओवैसी द्वारा टिकट दिए जाने के बाद मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम की एंट्री हो चुकी है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने साफ कर दिया है कि पार्टी ने 100 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इसी के साथ असदुद्दीन ओवैसी ने अब तक उम्मीदवारों की दो सूची जारी कर दी है। पहली सूची में 9 और दूसरी सूची में पार्टी ने 8 उम्मीदवारों का ऐलान किया है। इन दोनों सूची में एकमात्र हिन्दू उम्मीदवार को शामिल किया गया है। ओवैसी के इस फैसले ने सभी को चौंका दिया है। 

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आपको बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी ने जिला गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा से पंडित मनमोहन झा को टिकट दिया है। माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी के बागी पंडित मनमोहन झा उर्फ गामा को ओवैसी द्वारा टिकट दिए जाने के बाद मुकाबला दिलचस्प हो सकता है।

कौन हैं पंडित मनमोहन झा ?

मुस्लिमों की बात करने वाले ओवैसी ने ब्राह्मण कार्ड खेलकर सभी को चौंका दिया है। आपको बता दें कि पंडित मनमोहन झा बिहार के रहने वाले हैं और वो छोटी उम्र में ही दिल्ली चले आए थे। उनका परिवार बेहद गरीब था और काम की तलाश में उनके परिवार ने दिल्ली का रुख किया था। पंडित मनमोहन झा की शिक्षा की बात करें तो वो महज 10वीं कक्षा तक की स्कूल गए हैं।

समाजवादी पार्टी से बगावत कर पंडित मनमोहन झा ने ओवैसी का थामन थामा था। अखिलेश यादव की पार्टी में रहते हुए उन्होंने कई पदों पर काम किया है। इतना ही नहीं वो जिला उपाध्यक्ष और साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी भी रह चुके हैं। सबसे अधिक मतदाताओं वाली सीट साहिबाबाद के लोग पंडित मनमोहन झा को गामा के नाम से जानते हैं। 

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चुनाव लड़ने को तैयार हैं ओवैसी

ओवैसी ने कहा था कि वो पूरी तरह से उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा था कि वह चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों और नियमों का अनुपालन कर रैलियां आयोजित करेंगे। इसी बीच उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि कोरोना की दूसरी लहर में जिस तरह योगी सरकार लापता रही और जनता को अपने हाल पर छोड़ दिया। उत्तर प्रदेश और गोरखपुर में भी शव नदी में तैर रहे थे, मुझे उम्मीद है कि गोरखपुर के लोग इसे याद रखेंगे और योगी आदित्यनाथ के खिलाफ उचित फैसला लेंगे।

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