शुक्ला जी की जगह किसी भी दलित या ओबीसी को भेजा जा सकता था... शुभांशु शुक्ला को लेकर ये क्या बोल गए कांग्रेस नेता उदित राज

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अंकित सिंह । Jul 15 2025 12:36PM

एक्सिओम-4 मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य लोग मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन के प्रवास के बाद 22.5 घंटे की यात्रा करके पृथ्वी पर लौटेंगे और वह कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में उतरेंगे।

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला और क्रू की आज वापसी पर कांग्रेस नेता उदित राज ने अजीबोगरीब बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब पहले राकेश शर्मा को भेजा गया था, तब एससी, एसटी, ओबीसी के लोग इतने पढ़े-लिखे नहीं थे। इस बार, मुझे लगता है कि दलित को भेजने की बारी थी। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि नासा ने कोई परीक्षा ली और फिर चयन हो गया। शुक्ला जी की जगह किसी भी दलित या ओबीसी को भेजा जा सकता था। 

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एक्सिओम-4 मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला और तीन अन्य लोग मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर 18 दिन के प्रवास के बाद 22.5 घंटे की यात्रा करके पृथ्वी पर लौटेंगे और वह कैलिफोर्निया के सैन डिएगो में उतरेंगे। शुक्ला, कमांडर पैगी व्हिट्सन, मिशन विशेषज्ञ पोलैंड के स्लावोज़ उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की और हंगरी के टिबोर कापू को लेकर आ रहा ड्रैगन ‘ग्रेस’ अंतिरक्ष यान भारतीय समयानुसार सोमवार शाम 4:45 बजे अंतरिक्ष स्टेशन से अलग हो गया। एक्सिओम-4 मिशन का संचालन करने वाली कंपनी स्पेसएक्स ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ड्रैगन अंतरिक्ष यान और एक्सिओम स्पेस एएक्स-4 के सभी सदस्य मंगलवार को भारतीय समयानुसार अपराह्न तीन बजकर एक मिनट पर पृथ्वी के वाायुमंडल में फिर से प्रवेश करेंगे और सैन डिएगो तट पर पानी में उतरेंगे।’’ 

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इसमें कहा गया है कि अंतरिक्ष यान प्रशांत महासागर में उतरने से पहले एक संक्षिप्त ध्वनि विस्फोट के साथ अपने आगमन की घोषणा भी करेगा। अंतरिक्ष यान के पृथ्वी के वायुमंडल में फिर से प्रवेश करते ही भारतीय समयानुसार आज अपराह्न दो बजकर सात मिनट पर प्रशांत महासागर के ऊपर ‘डी-ऑर्बिट बर्न’ होने की उम्मीद है। जब कोई अंतरिक्ष यान पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा होता है और उसे वापस धरती पर लाना होता है, तो उसकी गति को कम करना आवश्यक होता है ताकि वह कक्षा से बाहर निकलकर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश कर सके। इसी गति को कम करने के लिए अंतरिक्ष यान के थ्रस्टर्स (छोटे इंजन) को एक निश्चित समय और दिशा में दागा जाता है।

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