बार-बार प्रोटोकॉल तोड़ रहा चीन, आर्मी चीफ बोले- सीमा पर अब घुसपैठ हुई तो देंगे करारा जवाब

Army Chief
ANI
अभिनय आकाश । Mar 28 2023 2:10PM

जनरल पांडे ने कहा कि पिछले समझौतों/प्रोटोकॉल के उल्लंघन में एलएसी के पार जाने के चीनी प्रयास भारत के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं, लेकिन सेना की तैयारी उच्च बनी हुई है, तब से पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध की पृष्ठभूमि में टिप्पणियां मई 2020 आ रही हैं।

चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर उल्लंघन तनाव के बढ़ने का एक संभावित कारण है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा है, भारत के पास पर्याप्त भंडार है और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने यह भी कहा कि चीन संयुक्त राज्य अमेरिका को वैश्विक शुद्ध सुरक्षा प्रदाता के रूप में बदलना चाहता है और कट्टर प्रतिद्वंद्वी सऊदी अरब और ईरान के बीच हाल की शांति वार्ता और शांति योजना की योजना बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सेना प्रमुख ने कहा कि चीन ने सैन्य अभियानों को लामबंद करने, लागू करने और बनाए रखने की महत्वपूर्ण क्षमता हासिल कर ली है और लंबे समय से लंबित सीमा मुद्दे को दो एशियाई दिग्गजों के बीच द्विपक्षीय संबंधों से अलग नहीं किया जा सकता है। जनरल पांडे ने कहा कि पिछले समझौतों/प्रोटोकॉल के उल्लंघन में एलएसी के पार जाने के चीनी प्रयास भारत के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं, लेकिन सेना की तैयारी उच्च बनी हुई है, तब से पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध की पृष्ठभूमि में टिप्पणियां मई 2020 आ रही हैं।

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देश किसी भी हालात से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार

जनरल मनोज पांडे ने जोर देकर कहा कि देश किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। जनरल ने कहा कि चीन ने सैनिकों के अवागमन, उनकी तैनाती और सैन्य अभियान से जुड़ी अन्य तैयारियों में महत्वपूर्ण वृद्धि की है, साथ ही उन्होंने इसपर जोर दिया कि एशिया के दो सबसे बड़े देशों के द्विपक्षीय संबंधों से सीमा मुद्दे को बाहर नहीं किया जा सकता है। जनरल पांडे ने कहा कि अतीत के समझौतों/प्रोटोकॉल का उल्लंघन करके चीन द्वारा एलएसी पर अतिक्रमण किया जाना भारत के लिए चिंता का विषय है, लेकिन सेना की तैयरियां पूरे जोरों पर हैं। 

 आतंकवाद तथा हिंसक चरमपंथ जैसे खतरे बढ़े

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने भारत और अफ्रीका आतंकवाद तथा हिंसक चरमपंथ जैसे साझा खतरों का सामना करते हैं और एक जैसा अनुभव उन्हें उभरती सुरक्षा चुनौतियों से बेहतर तरीके से निपटने के लिए तैयार करने में मदद कर सकता है। सेना प्रमुख ने कहा, ‘‘हमारा सामूहिक अनुभव उभरते सुरक्षा खतरों के लिए हमें बेहतर तरीके से तैयार करने में मदद कर सकता है।’’ उन्होंने कहा कि अफ्रीकी सेनाओं को मुश्किल तथा चुनौतीपूर्ण माहौल में काम करने का अनुभव है और वे अपने तौर-तरीकों, तकनीक तथा प्रक्रियाओं के बारे में अहम जानकारियां दे सकते हैं। जनरल पांडे ने कहा, ‘‘हम आतंकवाद और हिंसक चरमपंथ के खतरों का सामना करते हैं जो हमारे विकासात्मक लक्ष्यों पर प्रतिकूल असर डाल सकते हैं।

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