अशोक गहलोत का तंज, पूछा- भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा कहां गया

दो तिहाई बहुमत से कोई पार्टी टूट सकती है, अलग पार्टी बन सकती है... विलय कर सकती है दूसरी पार्टी में। यहां बसपा छह के छह विधायक मिल गये हैं तो ऐसे में मायावती की शिकायत वाजिब नहीं है क्योंकि अगर उनके दो विधायक अलग होते तो शिकायत हो सकती थी।
मुख्यमंत्री ने एक और ट्वीट में कहा, ‘‘गोवा में भाजपा ने कांग्रेस के 15 में से 10 विधायक दो तिहाई के आधार पर ले लिए। तेदेपा के चार सांसदों का राज्यसभा के अंदर भाजपा में विलय हो गया। राजस्थान में बसपा के छह के छह विधायक, पूरी पार्टी कांग्रेस में वियल कर गयी है। जब भाजपा का विलय सही तो यहां विलय गलत कैसे? इसे क्या कहोगे?’’ उल्लेखनीय है कि गहलोत ने बृहस्पतिवार को कहा था कि राजस्थान में बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने को लेकर बसपा प्रमुख मायावती भाजपा के इशारे पर बयानबाजी कर रही हैं।गोवा में BJP ने कांग्रेस के 15 में से 10 MLAs दो तिहाई के आधार पर ले लिए। TDP के 4 MPs का राज्यसभा के अंदर BJP में मर्जर हो गया। राजस्थान में BSP के 6 के 6 MLAs पूरी पार्टी कांग्रेस के अंदर मर्जर कर गयी है। जब BJP का मर्जर सही तो यहां मर्जर गलत कैसे? इसे क्या कहोगे?
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) July 31, 2020
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गहलोत ने कहा, ‘‘... दो तिहाई बहुमत से कोई पार्टी टूट सकती है, अलग पार्टी बन सकती है... विलय कर सकती है दूसरी पार्टी में। यहां बसपा छह के छह विधायक मिल गये हैं तो ऐसे में मायावती की शिकायत वाजिब नहीं है क्योंकि अगर उनके दो विधायक अलग होते तो शिकायत हो सकती थी। उनके सभी छह विधायक स्वविवेक से हमारी पार्टी में शामिल हुए... उसके बाद कोई वाजिब शिकायत नहीं बनता।’’ गहलोत ने आगे कहा, ‘‘मेरा मानना है कि मायावती जो बयानबाजी कर रही हैं वह भाजपा के इशारे पर कर रही हैं।
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