ASI भोजशाला सर्वेक्षण के दौरान रडार मशीन का इस्तेमाल कर रहा : याचिकाकर्ता

Madhya Pradesh High Court
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अदालत में याचिकाकर्ताओं में से एक, महाराजा भोज सेवा समिति के सचिव गोपाल शर्मा ने यह भी दावा किया कि उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में वैज्ञानिक सर्वेक्षण के दौरान मशीनों के उपयोग के बारे में बात की थी।

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) धार में विवादित भोजशाला-कमल मौला मस्जिद परिसर का अदालत के आदेश के अनुरूप वैज्ञानिक सर्वेक्षण कर रहा है, जिसमें ग्राउंड-पेनेट्रेटिंग रडार (जीपीआर) और जीपीएस मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है।

हिंदू पक्ष की ओर से याचिकाकर्ताओं ने शनिवार को यह दावा किया। जीपीआर मशीनों के इस्तेमाल संबंधी दावे पर एएसआई की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय ने 11 मार्च को एएसआई को भोजशाला परिसर का वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने का निर्देश दिया, जो एक मध्ययुगीन युग का स्मारक है, जिसके बारे में हिंदुओं का मानना है कि यह देवी वाग्देवी (सरस्वती) का मंदिर है, जबकि मुस्लिम समुदाय इसे कमल मौला मस्जिद कहता है।

यह सर्वे पिछले 64 दिनों से चल रहा है। अदालत में याचिकाकर्ताओं में से एक, महाराजा भोज सेवा समिति के सचिव गोपाल शर्मा ने यह भी दावा किया कि उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में वैज्ञानिक सर्वेक्षण के दौरान मशीनों के उपयोग के बारे में बात की थी।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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