BJP MLAs ने कांग्रेस के छह विधायकों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव द‍िया

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ये प्रस्ताव सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायकों द्वारा 25 सितंबर को सामूहिक रूप से अपने इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी पी जोशी को सौंपे जाने के मामले में दिए गए हैं। यह मामला इस समय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है।

राजस्थान में मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों ने राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस के पांच विधायकों सहित छह विधायकों के खिलाफ बृहस्पतिवार को विशेषाधिकार हनन के प्रस्ताव सौंपे। ये प्रस्ताव सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायकों द्वारा 25 सितंबर को सामूहिक रूप से अपने इस्तीफे विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी पी जोशी को सौंपे जाने के मामले में दिए गए हैं। यह मामला इस समय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। भाजपा की ओर से दिए गए विशेषाधिकार नोटिस में इन विधायकों पर ‘‘अन्य विधायकों पर इस्तीफा देने के लिए दबाव डालने का आरोप लगाया गया है।’’

भाजपा प्रवक्ता के अनुसार आज विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के नेतृत्व में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने राजस्थान विधानसभा प्रक्रिया तथा कार्य संचालन संबंधी नियम संख्या 157,158 के तहत प्रमुख सचिव, राजस्थान विधानसभा को संयम लोढ़ा के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव सौंपा। लोढ़ा सिरोही से निर्दलीय विधायक हैं।

प्रवक्ता के अनुसार, ‘‘साथ ही भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने (राजस्व मंत्री) रामलाल जाट के विरुद्ध, अनिता भदेल ने (उप मुख्य सचेतक) महेन्द्र चौधरी के विरुद्ध, जोगेश्वर गर्ग ने रफीक खान के विरुद्ध, अशोक लाहोटी ने (स्वायत्त शासन मंत्री) शांति धारीवाल के विरुद्ध तथा रामलाल शर्मा ने (मुख्य सचेतक व जलदाय मंत्री) महेश जोशी के विरुद्ध विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव प्रमुख सचिव, राजस्थान विधानसभा को सौंपा।’’

राठौड़ ने कहा, ‘‘भाजपा के विधायकों ने उन छह विधायकों के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है जिन्होंने अन्य कांग्रेस सदस्यों पर इस्तीफा देने के लिए दबाव डाला था। हमने सदन में इस पर चर्चा की मांग करते हुए विधानसभा सचिव को एक प्रस्ताव दिया है।’’ उल्लेखनीय है कि यह मामला 25 सितंबर को सत्तारूढ़ कांग्रेस विधायकों के इस्तीफे से जुड़ा है जिन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में गहलोत के उत्तराधिकारी का नाम तय करने के लिए बुलाई गई कांग्रेस विधायक दल की बैठक का विरोध करते हुए विधानसभा अध्यक्ष जोशी को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।

उस समय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के नामांकन में अशोक गहलोत सबसे आगे थे। हालांकि कुछ दिन पहले ये इस्तीफे वापस ले लिए गए थे। भाजपा के राजेंद्र राठौड़ इस मामले को उच्च न्यायालय में ले गए। निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने राठौड़ के खिलाफ मंगलवार को विधानसभा में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश किया। यह इस समय विधानसभा अध्यक्ष जोशी के पास विचाराधीन है।

डिस्क्लेमर: प्रभासाक्षी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।


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