भाजपा ने मोदी के संबोधन को सराहा, कांग्रेस नेताओं ने भी दिया समर्थन

माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी के संबोधन की आलोचना करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने ‘अति विज्ञापित’ संबोधन में कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में लोगों की मदद के लिए सरकारी तैयारियों और कदमों के बारे में कुछ नहीं कहा।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि वह प्रधानमंत्री का समर्थन करने के लिए ‘ कर्तव्यबद्घ हैं। उन्होंने कहा, “ मैं प्रधानमंत्री का समर्थन करने के लिए कर्तव्यबद्घ हूं। वास्तव में, प्रधानमंत्री ने लोगों से नैतिक हथियार के साथ कोविड-19 के खिलाफ युद्ध छेड़ने को कहा है। हम रविवार और बाद के दिनों में ऐसा करेंगे।” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी ने महामारी से लड़ने के लिए जो सुझाव दिए हैं, वे, ‘प्रेरणादायक और जरूरी’ हैं। शाह ने लोगों से उनका पालन करने को कहा। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि मोदी का संबोधन गंभीरता और एक तरह से सरकार की ‘लाचारी’, दोनों को रेखांकित करता है। उन्होंने ट्वीट किया, “ कोई दवाई नहीं होने की वजह से मौजूदा स्थिति को देखते हुए इसे समझा जा सकता है। निवारक उपायों के अलावा स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे के संबंध में आश्वासन मददगार होता।”हम सभी भारतवासी आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी द्वारा दिए गए दिशा - निर्देशों और सुझावों का अक्षरशः पालन करेंगे और भारतीय जनता पार्टी के सभी कार्यकर्ता प्रधानमंत्री जी द्वारा बताई गई हर बात को जमीन तक ले जाएँगे। https://t.co/TOEvu6XLqG
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) March 19, 2020
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माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने मोदी के संबोधन की आलोचना करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्होंने ‘अति विज्ञापित’ संबोधन में कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में लोगों की मदद के लिए सरकारी तैयारियों और कदमों के बारे में कुछ नहीं कहा। येचुरी ने कहा कि इस जनता कर्फ्यू के बावजूद, एनपीआर के लिए घर-घर जाकर जानकारी ली जाएगी,जिसके सरकार ने एनआरसी से जुड़े अपने हलफनामे में यह कहा है।
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