Sandeshkhali मामले में एक्टिव हो गई CBI, जारी किया विशेष ईमेल आईडी

CBI
Creative Common
अभिनय आकाश । Apr 11 2024 7:53PM

अदालत ने संदेशखाली के भीतर संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरे और एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाने का भी आदेश दिया और राज्य सरकार को इन सुरक्षा उपायों के लिए आवश्यक धन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। अदालत ने कहा कि न्याय और निष्पक्षता के हित में और विभिन्न शिकायतों और आरोपों पर शीघ्र विचार के लिए निष्पक्ष जांच की जानी आवश्यक है।

केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल के संदेशखाली के ग्रामीणों के लिए जमीन हड़पने और अन्य संबंधित अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए एक समर्पित ईमेल आईडी, [email protected] बनाई है। यह कदम कलकत्ता उच्च न्यायालय के उस आदेश के बाद उठाया गया है, जिसमें संदेशखाली में महिलाओं के खिलाफ अपराध और जमीन हड़पने के आरोपों की अदालत की निगरानी में सीबीआई जांच का निर्देश दिया गया था। सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि उत्तर 24 परगना के जिला मजिस्ट्रेट से भी अनुरोध किया गया है कि वे इलाके में उक्त ई-मेल आईडी का पर्याप्त प्रचार करें और माननीय उच्च न्यायालय के अनुसार क्षेत्रों में व्यापक प्रसार वाले स्थानीय दैनिक समाचार पत्रों में एक सार्वजनिक सूचना भी जारी करें। मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम की अगुवाई वाली खंडपीठ ने सीबीआई को 2 मई को अगली सुनवाई तक आरोपों पर एक व्यापक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया।

इसे भी पढ़ें: Delhi Excise Policy Case: BRS नेता के कविता की मुसीबत बढ़ी, ईडी के बाद अब CBI ने किया अरेस्ट

अदालत ने संदेशखाली के भीतर संवेदनशील इलाकों में सीसीटीवी कैमरे और एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगाने का भी आदेश दिया और राज्य सरकार को इन सुरक्षा उपायों के लिए आवश्यक धन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। अदालत ने कहा कि न्याय और निष्पक्षता के हित में और विभिन्न शिकायतों और आरोपों पर शीघ्र विचार के लिए निष्पक्ष जांच की जानी आवश्यक है। संदेशखाली विवाद को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ आक्रामक रही भारतीय जनता पार्टी ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत करते हुए कहा कि यह पीड़ितों को न्याय दिलाने की दिशा में पहला कदम है।

इसे भी पढ़ें: कैसे सुपरपॉवर एजेंसी बनकर ED आई, खौफ के मामले में पीछे छूट गए पुलिस और CBI, UPA सरकार ने भी संशोधन कर इसे मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि उच्च न्यायालय के फैसले ने टीएमसी सरकार का असली चेहरा "उजागर" कर दिया है। कोर्ट के फैसले से तानाशाह बन चुकीं ममता बनर्जी का असली चेहरा सामने आ गया है। वह संदेशखाली में बलात्कार और अत्याचार के पीड़ितों की दुर्दशा के प्रति उदासीन थीं क्योंकि उनका एजेंडा उन्हें सुरक्षा प्रदान करना नहीं था बल्कि शाहजहाँ शेख जैसे अपराधियों को सुरक्षा प्रदान करना था। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़