Aligarh University: सस्पेंड छात्र के समर्थन में भारी मात्रा में एकत्रित हो गए स्टूडेंट्स, फिर लगाए 'अल्लाह हू अकबर' के नारे

Aligarh University
Creative Common
अभिनय आकाश । Feb 4 2023 1:12PM

छात्रों ने एक ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पीएम मोदी पर बीबीसी की डॉक्यू-सीरीज़ में दिखाए गए तथ्य सही थे। दरअसल गणतंत्र दिवस के अवसर पर एएमयू में अल्लाह हू अकबर के नारे लगाने वाले छात्र को एएमयू प्रशासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में कई छात्रों ने शुक्रवार की नमाज के बाद 'अल्लाहु अकबर और नारा-ए-तकबीर' के नारे लगाए। वे राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) की वर्दी पहने गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान अल्लाह हो अकबर का नारा लगानेके लिए एक साथी छात्र वाहिदुज्जमा के निलंबन का विरोध कर रहे थे। छात्रों ने अपने साथी छात्र का निलंबन रद्द करने की मांग की। इस संबंध में छात्रों ने एक ज्ञापन भी सौंपा। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पीएम मोदी पर बीबीसी की डॉक्यू-सीरीज़ में दिखाए गए तथ्य सही थे। दरअसल गणतंत्र दिवस के अवसर पर एएमयू में अल्लाह हू अकबर के नारे लगाने वाले छात्र को एएमयू प्रशासन द्वारा निलंबित कर दिया गया है। 

इसे भी पढ़ें: Global Investors Summit: मेहमानों के लिये संवर रहा है लखनऊ का वृंदावन क्षेत्र

एएमयू के प्रॉक्टर वसीम अली ने एक बयान में कहा कि कैंपस में बीबीसी फिल्म से जुड़े पोस्टर बाहरी लोगों ने लगाए थे न कि उन्होंने। विश्वविद्यालय में गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान धार्मिक नारे लगाने वाले एक मुस्लिम छात्र को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया और पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज की। एनसीसी कैडेट के नारे लगाने का वीडियो अब वायरल हो गया है। हालांकि बाद में कुछ और वीडियो वायरल हुए, जिनमें हिंदू समुदाय के छात्र धार्मिक नारे भी लगा रहे थे।

इसे भी पढ़ें: सप्तऋषि की तरह देश का मार्गदर्शन करेगा केंद्रीय बजट, उत्तर प्रदेश को होगा विशेष लाभ : Yogi

आदेश को वापस लेने की मांग को लेकर कई छात्रों ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में शुक्रवार की नमाज के बाद जामा मस्जिद से बाबा सैयद गेट तक एक विरोध मार्च में हिस्सा लिया। छात्रों ने कहा कि दोनों समुदायों ने धार्मिक नारेबाजी में भाग लिया था। उक्त कार्रवाई एक समुदाय के छात्र के खिलाफ की गई, जबकि अन्य को फ्री पास दिया गया। एएमयू के प्रॉक्टर मोहम्मद वसीम अली ने घटनाक्रम की पुष्टि की और कहा कि छात्र अपने मन की बात कहने के लिए स्वतंत्र हैं लेकिन उन्हें कानून का पालन करना चाहिए। 

We're now on WhatsApp. Click to join.
All the updates here:

अन्य न्यूज़