स्वास्थ्य विभाग से बोले सीएम नीतीश, राज्य में टेस्ट केंद्रों की संख्या और बढ़ाई जाए

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नीतीश कुमार ने कहा कि अभी छह जगहों पर जांच करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि तेजी से मरीजों के संपर्क में आये लोगों का पता न्टैक्ट ट्रेसिंग, सैंपल कलेक्शन और टेस्टिंग होने से ही समय रहते कोरोना वायरस का चेन को तोड़ा जा सकेगा।

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि स्वास्थ्य विभाग हरसंभव स्रोत से वेंटिलेटर, टेस्टिंग किट, पीपीई किट, दवाओं एवं जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करे। मुख्य सचिव एवं वरीय अधिकारियों के साथ कोविड-19 के संबंध में अद्यतन स्थिति की जानकारी लेने और कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए नीतीश ने रविवार को कहा कि स्वास्थ्य विभाग हरसंभव स्रोत से वेंटिलेटर, टेस्टिंग किट, पीपीई किट, दवाओं एवं जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करे ताकि आवश्यकतानुसार समुचित उपयोग हो सके, इसके लिये राशि की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी। अभी भी कोरोना उन्मूलन कोष में पर्याप्त राशि उपलब्ध है। 

उन्होंने निर्देश दिया कि राज्य में बाहर से आये लोगों की सघन जांच एवं सतत निगरानी जरूरी है, ऐसे में विभाग उनके स्वास्थ्य परीक्षण पर ध्यान दें और हेल्थ रिपोर्ट पर भी नजर बनाये रखें। उन्होंने कहा कि लोग अपनी यात्रा के बारे जानकारी छिपायें नहीं, सामान्य सर्दी, खांसी और बुखार के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करायें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी छह जगहों पर जांच करायी जा रही है। उन्होंने कहा कि तेजी से मरीजों के संपर्क में आये लोगों का पता न्टैक्ट ट्रेसिंग, सैंपल कलेक्शन और टेस्टिंग होने से ही समय रहते कोरोना वायरस का चेन को तोड़ा जा सकेगा। 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व में यह देखने को मिल रहा था कि पहले विदेश से आये हुये लोग संक्रमित हुये, उसके बाद उनके संपर्क में आये लोग संक्रमित पाये गये। संक्रमण की इस चेन को बहुत हद तक तोड़ा जा चुका है किंतु अब नया ट्रेंड मिल रहा है कि जो प्रवासी मजदूर अथवा राज्य के बाहर से लोग आये हैं, उनमें संक्रमण पाया जा रहा है और उनके माध्यम से यह लोगों में फैल रहा है।

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उन्होंने कहा कि इसके लिये सघनता से घर घर जाकर जांच आवश्यक है ताकि कोरोना संक्रमण के इस नयी प्रवृति को नियंत्रित किया जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना से संक्रमित मरीज लगातार ठीक होकर अपने घर जा रहे हैं। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें। धैर्य रखें, सचेत रहें, सतर्क रहें, तभी स्वस्थ रहेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि कोरोना संक्रमण के साथ-साथ ए0ई0एस0, जे0ई0, बर्ड फ्लू एवं स्वाइन फीवर को लेकर भी पूरी सतर्कता बरती जाय।

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