भाजपा संसदीय बोर्ड में शामिल हो सकते हैं CM योगी, अभी तक खाली है सुषमा स्वराज और जेटली की जगह

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अंकित सिंह । Apr 11 2022 6:42PM

भाजपा में संसदीय बोर्ड सबसे शक्तिशाली बोर्ड होती है जो कि पार्टी की गतिविधियों पर निर्णय लेती है। माना जा रहा है कि पांच राज्यों में हुए चुनाव के बाद अब जल्द ही संसदीय बोर्ड के खाली पदों को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भर सकते हैं। हालांकि इसको लेकर सिर्फ कयास ही चल रहे हैं।

देश और दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा फिलहाल केंद्र की सत्ता में है। इसके अलावा कई राज्यों में उसकी अपनी सरकार है। भाजपा पार्टी विद डिफरेंस के नारे के साथ राजनीति में आई थी। भाजपा के लिए निर्णय लेने वाली संसदीय बोर्ड में आज भी 4 पद खाली हैं। यह पद पिछले 2 सालों से खाली है। लेकिन अब तक इस पर किसी की नियुक्ति नहीं हुई है। भाजपा में संसदीय बोर्ड सबसे शक्तिशाली बोर्ड होती है जो कि पार्टी की गतिविधियों पर निर्णय लेती है। माना जा रहा है कि पांच राज्यों में हुए चुनाव के बाद अब जल्द ही संसदीय बोर्ड के खाली पदों को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भर सकते हैं। हालांकि इसको लेकर सिर्फ कयास ही चल रहे हैं।

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खबर यह है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संसदीय बोर्ड में जगह बना सकते हैं। फिलहाल संसदीय बोर्ड में 4 पद खाली हैं। यह पद सुषमा स्वराज और अरुण जेटली के निधन के बाद खाली हुए थे। इसके अलावा थावरचंद गहलोत अब राज्यपाल बन चुके हैं। इसलिए वह इस बोर्ड में शामिल नहीं हो सकते हैं। वही वेंकैया नायडू अब उपराष्ट्रपति हैं। वर्तमान में देखें तो संसदीय बोर्ड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और संगठन महामंत्री बीएल संतोष शामिल हैं। 10 मार्च को जब पांच राज्यों के चुनावी नतीजे आए थे उसी दिन भाजपा संसदीय दल की बैठक हुई थी।

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सूत्रों की मानें तो पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान और भूपेंद्र यादव में से किन्ही दो को संसदीय बोर्ड में शामिल किया जा सकता है। इसके अलावा एक महिला नेता को भी संसदीय बोर्ड में शामिल किया जा सकता है। इसके लिए निर्मला सीतारमण और स्मृति ईरानी का नाम आगे चल रहा है। वही एक दलित नेता के रूप में भी किसी को संसदीय बोर्ड में शामिल किया जा सकता है। हालांकि इसको लेकर आखिरी निर्णय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को ही लेना है। उत्तर प्रदेश में चुनावी नतीजों के बाद योगी आदित्यनाथ का कद बढ़ा है। फिलहाल शिवराज सिंह चौहान एकमात्र मुख्यमंत्री हैं जिन्हें भाजपा संसदीय बोर्ड में शामिल किया गया है।

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