कोरोना संकट ने भारत में नवाचार और उद्यम को प्रेरित किया: हर्षवर्धन

Harsh vardhan

इंडिया इंटरनेशनल विज्ञान महोत्सव के दौरान विदेशों के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रियों एवं राजनयिकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुये हर्षवर्धन ने कहा कि स्टार्टअप कंपनियों द्वारा विकसित 51 नवीन उत्पादों को बाजार की जरुरतों के हिसाब से जल्दी तैयार करने और उन्हें बाजार में उतारने के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है।

नयी दिल्ली। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्धन ने बुधवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी संकट ने भारत में नवाचार एवं उद्यम को बढ़ावा दिया है और प्रासंगिक प्रौद्योगिकी समाधानों की पहचान और उसका समर्थन के लिए पूरे स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र की व्यापक मैपिंग की गई है। इंडिया इंटरनेशनल विज्ञान महोत्सव के दौरान विदेशों के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रियों एवं राजनयिकों के सम्मेलन को संबोधित करते हुये हर्षवर्धन ने कहा कि स्टार्टअप कंपनियों द्वारा विकसित 51 नवीन उत्पादों को बाजार की जरुरतों के हिसाब से जल्दी तैयार करने और उन्हें बाजार में उतारने के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है। मंत्री ने कहा कि प्रौद्योगिकी विकास बोर्ड के माध्यम से ऐसे उद्योगों का समर्थन करने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है जिनके पास व्यवसायीकरण या स्केल-अप करने के लिए एक उपयुक्त और परखा हुआ उत्पाद या प्रौद्योगिकी है। उन्होंने कहा, ‘‘संकट ने भारत में नवाचार और उद्यम को प्रेरित किया है। पूरे स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र की व्यापक मैपिंग की गई है ताकि स्केल-अप के लिए तैयार प्रासंगिक प्रौद्योगिकी समाधानों की पहचान और उनका समर्थन किया जा सके।’’ इस कार्यक्रम में अफगानिस्तान, कम्बोडिया, म्यामां, फिलिपिन्स, श्रीलंका, एवं उज्बेकिस्तान के मंत्रियों एवं अधिकारियों ने वर्चुअल तरीके से हिस्सा लिया। 

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इस बीच इंडिया इंटरनेशनल विज्ञान महोत्सव (आईआईएसएफ) में आज ग्लोबल इंडियन साइंटिस्ट्स एवं टेक्नोक्रेट्स से लेकर महिला वैज्ञानिक एवं उद्यमी कॉनक्लेव तक कई कार्यक्रम आयोजित किये गये।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को चार दिवसीय आईआईएसएफ का उद्घाटन किया था और इसका वर्चुअल तरीके से इसका आयोजन किया जा रहा है। आज के कार्यक्रम में विभिन्न देशों के वैज्ञानिकों, डॉक्टरों, अध्यापकों, अनुसंधानकर्ताओं, इंजीनियरों एवं छात्रों समेत अन्य ने हिस्सा लिया।

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